हार पर मंथन – 25 सीटो पर हर बूथ की रिपोर्ट जा रही है निकाली

लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार का कारण जानने के लिए प्रदेश कांग्रेस ने अब बूथवाइज आंकड़े इकट्ठा करना शुरू कर दिया है. साथ ही इस हार से
उबरने के लिए निकाय चुनाव व दो विधानसभा उपचुनाव की तैयारी भी शुरू कर दी है. उप मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि पार्टी की हार चिंता का विषय है, लेकिन हम हार के कारणों को खोजने में जुटे गए हैं.

हर विधानसभा क्षेत्र से बूथ वाइज आंकड़े मंगाए जा रहे 
लगातार दूसरे लोकसभा चुनाव में राजस्थान में कांग्रेस का सूपड़ा साफ होने के बाद पार्टी हार के कारण जानने में जुट गई है. हर विधानसभा क्षेत्र से बूथ वाइज आंकड़े मंगाए जा रहे हैं. साथ ही हर बूथ का जातिगत गणित भी देखा जा रहा है. पीसीसी ने अपने कार्यकर्ताओं को इस काम में झोंक दिया है. प्रदेश के करीब 50 हजार बूथ से आंकड़े मिलना शुरू हो गया है और इनका विश्लेषण करने के बाद ही पार्टी किसी परिणाम पर पहुंचेगी कि आखिर इस करारी हार का कारण क्या रहा. कहां पर किस जाति ने पार्टी से मुख मोड़ लिया. ईद के दिन पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा है कि अब अंदरखाने तक तहकीकात होगी कि आखिरी पार्टी की इस तरह हार क्यों हुई ?

पार्टी अब इस हार से उबरने का कर रही प्रयास
विधानसभा चुनाव में सफलता मिलने के बाद लोकसभा चुनाव में इस तरह जनता द्वारा पार्टी से रुख मोड़ने से कांग्रेसी कार्यकर्ता भी चिंतित है. पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा हुआ है, लेकिन पार्टी अब इस हार से उबरने का प्रयास कर रही है. प्रदेश में जल्दी ही दो विधानसभा उपचुनाव होंगे और साथ ही नवंबर में निकाय चुनाव भी होंगे. ये चुनाव ही कांग्रेस के लिए अगली बड़ी परीक्षा है. प्रदेश में सत्ता व संगठन में बदलाव की चर्चा चल रही है, लेकिन  पीसीसी चीफ ने इन चुनाव के लिए तैयारी भी शुरू कर दी है.

कार्यकर्ताओं मे जोश भरने की कोशिश 
पार्टी के प्रदेश प्रमुख एक तरफ कार्यकर्ताओं मे जोश भरने की कोशिश में जुटे हैं, लेकिन दूसरी तरफ कार्यकर्ता व पदाधिकारी ही गुटों में बंटते नजर आ रहा है और सार्वजिनक बयानबाजी करने के साथ ही सोशल मीडिया पर भी आपस में ही टक्कर ले रहे हैं. ऐसे में देखना यह है कि क्या पार्टी अपने कार्यकर्ताओं को फिर से अनुशासन का पाठ पढ़ा पाएगी. यदि कार्यकर्ता ही गुटबाजी में सक्रिय रहे, तो फिर निकाय चुनाव व उप चुनाव में कांग्रेस के परिणाम क्या आएंगे यह अंदाजा खुद लगा सकते हैं. 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here