इस बार के चुनाव में कई दिग्गज नेताओं को अपनी परंपरागत सीट पर हार का सामना करना पड़ा था। बड़े नामों की बात करें तो कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी पारंपरिक सीट गुना से भाजपा के उम्मीदवार केपी यादव से चुनाव हार गए। हार के बाद पहली बार ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना पहुंचे थे जहां वे पार्टी के कार्यकर्ताओं से रूबरू हुए।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कार्यकर्ताओं से बात करते हुए कहा कि उनकी खुद की मेहनत में कमी रह गई शायद इसीलिए वे चुनाव हार गए। सिंधिया के ये कहते ही उनके सामने बैठी एक महिला कार्यकर्ता फूट-फूटकर रोने लगी। इस मुलाकात के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया के चेहरे पर हार का दर्द साफ झलक रहा था। उन्होंने कहा कि वे हार की समीक्षा के लिए गुना आए हैं और इसके बाद जल्द ही संगठन को मजबूत करने का काम होगा।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि वे पार्टी के सिपाही हैं और आखिरी सांस तक लड़ेंगे। सिंधिया ने बंद कमरे में पार्टी के पदाधिकरियों से चर्चा की और इस दौरान कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट, महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी के अलावा श्रम मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया कमरे के बाहर नजर आए। बीजेपी के केपी यादव ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को करीब सवा लाख वोटों से लोकसभा चुनाव में मात दी थी।