हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी में अनबन की खबरें हैं। राज्य के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के एक फैसले के बाद दोनों दलों में दूरी पैदा होने की आशंका लगने लगी है। दरअसल डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला द्वारा शराब तस्करी के मामले में एसईटी की जांच को खारिज कर दिया था। लेकिन उसके एक दिन बाद ही सीएम मनोहर लाल खट्टर ने विजलेंस जांच के संकते दिए हैं।फरीदाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान सीएम खट्टर ने कहा कि ‘यह मायने नहीं रखता है कि कौन इस पर सहमत है और कौन नहीं….भ्रष्टाचार को किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा।’
जनसत्ता की खबर के मुताबिक सीएम खट्टर ने कहा है कि जो भी सरकार ने काम किया है, यह एक सिस्टम के तहत और ढांचे के तहत किया गया है। हमें मिली शिकायतों के आधार पर एसईटी का गठन किया गया था। तय समय में एसईटी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है और अब गृह मंत्रालय हमें सिफारिश भेजेगा, जिसके आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने शराब तस्करी मामले की जांच के लिए स्पेशल इन्क्वायरी टीम (एसईटी) की रिपोर्ट के आधार पर मामले की विजिलेंस जांच के निर्देश दिए थे। लेकिन एक्साइज विभाग के मंत्री और जेजेपी नेता डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने एसईटी की सिफारिशों को खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा था कि गृह मंत्री को एक्साइज विभाग की भूमिका की जांच कराने से पहले पुलिस की कार्रवाई की जांच करानी चाहिए।