झारखंड विधानसभा में झामुमो-कांग्रेस-राजद की महागठबंधन की जीत के बाद अब सरकार बनाने की प्रक्रिया और मंत्रिमंडल के गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है ऐसे में महाराष्ट्र की तरह ही कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष पद पर दावा ठोका है।
81 सीटों वाली विधानसभा में अधिकतम 12 मंत्री बनाए जा सकते हैं।
झारखंड में झामुमो के 30, कांग्रेस के 16 और राजद का एक विधायक है। फिलहाल सरकार गठन का जो खाका तैयार हुआ है, उसमें विधानसभा अध्यक्ष का पद कांग्रेस को मिल सकता है। 12 मंत्रियों में से छह पद झामुमो, पांच कांग्रेस और एक राजद के खाते में जा सकता है। हालांकि इस बीच पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी के झामुमो को समर्थन की घोषणा के बाद उन्हें भी मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की संभावना है। कांग्रेस का कहना है कि अगर झामुमो उन्हें अपने कोटे से मंत्रिमंडल में शामिल करती है तो उसे कोई आपत्ति नहीं है।
झारखंड में कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह ने कहा कि मंत्रिमंडल का स्वरूप कैसा होगा, इसका फैसला सोनिया गांधी को करना है। पार्टी के 16 विधायकों में अधिकतर पहली बार जीतकर आए हैं। सबसे युवा महिला विधायक अंबा प्रसाद चर्चित चेहरों में उभरी हैं। सूत्रों की मानें पार्टी उन्हें मंत्रिमंडल में मौका दे सकती हैं। अंबा रांची हाईकोर्ट में वकालत करती हैं। अंबा ने लोकसभा चुनाव में भी पार्टी से टिकट मांगा था।
झारखंड की राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने बुधवार को हेमंत सोरेन को सरकार बनाने का न्योता दिया। एक दिन पहले ही सोरेन ने राजभवन जाकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था और 50 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा था।
झारखंड के भावी मुख्यमंत्री और झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन में बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और 29 दिसंबर को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह का न्योता दिया। इस दौरान उन्होंने सरकार गठन को लेकर भी चर्चा की। मुलाकात के बाद हेमंत सोरेन ने कहा कि सोनिया जी ने आश्वासन दिया है कि राहुल जी समारोह में शामिल होंगे। मैं शपथ ग्रहण समारोह के लिए प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को भी आमंत्रित करूंगा।
अब ये तो 29 को ही पता चलेगा कि शपथग्रहण में कौन-कौन आता है वैसे लालू यादव के पैरोल पर बाहर आने की भी संभावना है।