
महंगाई, बिगड़ती अर्थव्यवस्था, मंदी और बेरोजगारी जैसी समस्याओं के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पटना में लाठीचार्ज किया गया. इस लाठीचार्ज में कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ता घायल हो गए.
कांग्रेस ने अपने प्रदेश हेडक्वार्टर से ‘जन वेदना मार्च’ निकाला. मार्च शहर के अलग-अलग रास्तों से होता हुआ हड़ताली मोड़ पहुंचा, जो कि एक प्रतिबंधित क्षेत्र है. वहां पहले से मौजूद पुलिस के जवानों ने मार्च को आगे बढ़ने से रोका जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता उग्र हो गए और पुलिस के साथ उनकी तीखी नोकझोंक हुई. जिसके बाद पुलिस ने कांग्रेस के नेताओ और कार्यकर्ताओं पर आशु गैस के गोले और वाटर कैनन का प्रयोग किया और फिर लाठीचार्ज कड़ते हुए कई लोगो को घायल कर दिया।
इस लाठीचार्ज के दौरान बिहार विधानसभा के सबसे वरिष्ठ सदस्यों में से एक बछवाड़ा विधायक रामदेव राय को गम्भीर रूप से चोट पहुंची है।
इस लाठीचार्ज में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और एमएलसी मदन मोहन झा, राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष कौकब कादरी, विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा , युवा कांग्रेस के अध्यक्ष गुंजन पटेल समेत 50 से ज्यादा कार्यकर्ता घायल हो गए।
इस प्रदर्शन के बाद ये चर्चा काफी तेज है कि बिहार में कई वर्षों के बाद कांग्रेस ने ऐसा सरकार विरोधी आंदोलन किया है जिस कारण सरकार थोड़ा असहज हो गई।