
कर्नाटक में 5 दिसंबर को 15 सीटो पर उपचुनाव है जहा कांग्रेस व भाजपा की सीधी टक्कर है कांग्रेस जिस प्रकार से आक्रामक ढंग से मैदान में डटी हुई है उससे स्पष्ट है कि कर्नाटक में येदिरुप्पा को अपनी साख बचाने के लिये एडी से चोटी तक का जोर लगाना पडेगा
आज कांग्रेस प्रत्याशियो ने अपना नामांकन दाखिल किया इस दौरान जो ऐतिहासिक जनसैलाब नजर आ रहा था वो स्पष्ट रूप से बीजेपी को हैरान करेगा, नामांकन रैलियो की तस्वीरे सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है लेकिन चिंता का विषय ये है कि इस पर मीडिया कवरेज देने से बच रही है..
गौरतलब है कि
कर्नाटक में इन 17 में से 15 सीटों पर 5 दिसंबर को उपचुनाव है। बाकी की दो 2 सीटों- मस्की और राजराजेश्वरी से जुड़ी याचिकाएं कर्नाटक हाई कोर्ट में पेंडिंग हैं। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले से कर्नाटक में सत्तारूढ़ बीजेपी की टेंशन जरूर बढ़ गई है। इसी टेंशन से निपटने की कवायद में मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने आनन-फानन ऐलान कर दिया कि ये सभी 17 विधायक गुरुवार को बीजेपी में शामिल होंगे। इसी के साथ कर्नाटक में बीजेपी का खेल भी खुल गया है।
गौरतलब है कि कुछ महीने पहले हुए नाटकीय घटनाक्रम में इन विधायकों ने पाला बदल लिया था, जिसके बाद कांग्रेस और जेडीएस की गठबंधन सरकार अल्पमत में आ गई थी। विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने में नाकाम रहने पर कुमारस्वामी सरकार ने इस्तीफा दे दिया था। उसी समय स्पीकर ने 17 विधायकों को अयोग्य करार दिया तो बीजेपी ने आसानी से सरकार बना ली।
इन विधायकों को अयोग्य करार दिए जाने के बाद 225 सदस्यों वाली विधानसभा की संख्या 207 हो गई और बहुमत 104 पर आ गया। बीजेपी के पास 106 विधायकों का समर्थन था, जिसमें उसके 105 थे और एक अन्य। ऐसे में उसकी सरकार बनने में कोई दिक्कत नहीं हुई।
लेकिन अब उप चुनाव में 15 सीटें भरने के बाद बहुमत आंकड़ा 112 हो जाएगा, ऐसे में बीजेपी को सरकार बचाए रखने के लिए कम से कम 6 सीटों पर अपने विधायकों की जीत सुनिश्चित करानी होगी