राहुल गांधी के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस को भले ही 2 महीने बीत जाने के बाद भी कोई नया राष्ट्रीय अध्यक्ष ना मिला हो और कांग्रेस पार्टी नेतृत्व संकट से जूझ रही हो मगर राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता अशोक गहलोत ने किसी भी नेतृत्व संकट से इंकार करते हुए कहा कि राहुल गांधी अभी भी पार्टी के कप्तान हैं और भविष्य में भी रहेंगे।
Cm गहलोत ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, “राहुल पार्टी के कप्तान हैं और आगे भी रहेंगे।”
उन्होंने कहा मैंने पिछले महीने यहां पार्टी कार्यालय पर प्रदर्शन के दौरान भी यही कहा था।”
राहुल ने पिछले महीने अपना त्याग पत्र सार्वजनिक किया था। जिसके बाद राहुल के समर्थन में गहलोत ने कहा था कि “उनके पास भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला करने की हिम्मत है।”
उन्होंने भाजपा पर सशस्त्र बलों का सहारा लेते हुए धार्मिक भावनाओं से खेलते हुए लोकसभा चुनाव लड़ने का आरोप लगाया था
कर्नाटक सरकार के भाग्य के बारे में पूछे गए सवाल पर गलहोत ने कहा, “लोकतंत्र में लोग सर्वोच्च हैं और जो भी निर्णय होगा, उसे स्वीकार किया जाएगा।”
भाजपा पर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “भाजपा का व्यवहार गलत मिसाल पेश कर रहा है। आप सत्ता में हैं और एक चुनी हुई सरकार को गद्दी से उतराने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, जोकि गलत है।”
उन्होंने राहुल गांधी के पद छोड़ने के बाद कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) के नए अध्यक्ष की नियुक्ति के फैसले पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।
गहलोत के मुताबिक, कांग्रेस के विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल करने से भाजपा को दीर्घकालीन नुकसान होगा।
गहलोत ने कहा, “पार्टी में कोई नेतृत्व संकट नहीं है। जल्द ही सीडब्ल्यूसी अगले पार्टी प्रमुख पर फैसला करेगी।”
गहलोत के बयान से साफ है कि राहुल भले ही इस्तीफा देकर नए नेता चुनने की बात कर रहे हो मगर पार्टी के कई नेता अभी भी उन्हें पार्टी का कप्तान मानते हैं।