2 महीने चल रहे नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में आंदोलन सोमवार को उस समय हिंसक रूप ले लिया जब नागरिकता संशोधन कानून को समर्थन करने वाले इस संशोधन का विरोध करने वाले भीड़ में झड़प शुरू हो गई। देखते-देखते ये हिंसा दिल्ली के जाफराबाद , मौजपुर और करावल नगर में फैलती चली गई।
सीएए के समर्थन और विरोध करने वाले समूहों के बीच हुई झड़प के दौरान आज दिल्ली पुलिस के एक हेड कॉन्स्टेबल की भी मौत हो गई।
इस हिंसा का कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने निंदा की है। राहुल ने अपने ट्वीट में लोगों से संयम बरतने और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की अपील की है।
राहुल गांधी ने दिल्ली में हुई हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि, दिल्ली में आज की हिंसा परेशान करने वाली है। इसकी निंदा की जानी चाहिए। शांतिपूर्ण विरोध स्वस्थ लोकतंत्र का प्रतीक है, लेकिन हिंसा को कभी भी उचित नहीं ठहराया जा सकता है। मैं दिल्ली के नागरिकों से आग्रह करता हूं कि वे उकसावे में नहीं आएं और संयम, करुणा और समझ दिखाएं।
वहीं कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, दिल्ली पुलिस कानून व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह से विफल रही है। कांग्रेस ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि, दिल्ली के सीएम ने अपनी जिम्मेदारी से पूरी तरह किनारा कर लिया है, जबकि गृह मंत्रालय चुप हैं। गृह मंत्री को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। दिल्ली के लोग आरोप-प्रत्यारोप राजनीति की कीमत चुका रहे हैं