गुजरात में होने वाले राज्यसभा के उपचुनाव में क्रॉस वोटिंग के डर से चुनाव होने से पहले ही कांग्रेस ने अपने विधायकों को आदेश दिया है कि वह सचिवालय में न जाएं।
राज्य में राज्यसभा की दो सीटें ख़ाली हो रही हैं। ऐसे में विपक्षी दल ने विधायकों को राज्यसभा के चुनाव समाप्त होने तक गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी और उनके डिप्टी नितिन पटेल से मुलाकात नहीं करने का सलाह दिया है।
कांग्रस को डर है कि भाजपा के नेता कांग्रेस के विधायकों को डरा-धमका कर भाजपा में शामिल होने के लिये लालच दे सकती है।
राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के विधायकों को पार्टी से बाहर करने की अटकलों को विफल करने के लिए ये निर्देश जारी किए गए हैं। सीनियर कांग्रेसी नेता ने कहा कि, कांग्रेस के विधायकों को मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री लालच देकर क्रॉस वोटिंग करवा सकते हैं या भाजपा में शामिल होने के लिये लालच दे सकते हैं।
गुजरात से राज्यसभा की दो सीटें खाली हो गई हैं, जिसमें अमित शाह और स्मृति ईरानी ने इस्तीफ़ा दे दिया है। ये ख़ाली सीटों के लिये तीन महीने में उपचुनाव होंगे।
भाजपा के पास दोनों सीटें जीतने के लिए पर्याप्त विधायक नहीं हैं इसके बाबजूद भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष जीतू वाघाणी ने दावा किया कि हम दोनों सीटें जीतेंगे इसके बाद से ही कांग्रेस सावधानी के मुद्रा में आ गई है।