हरियाणा में उम्मीदवारों को टिकट के लिए कांग्रेस ने रखी ये शर्त

चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के साथ-साथ हरियाणा में भी विधानसभा चुनाव की भी घोषणा कर दिया है। राज्य में चुनावी घोषणा के साथ ही राजनीतिक दलों में उम्मीदवारों के चयन प्रक्रिया की शुरुआत भी हो चुकी है। सभी दल अलग-अलग ढंग से उम्मीदवार का चुनाव कर उन्हें चुनावी मैदान में भेज रहे हैं। ऐसे में सत्ता में आने के लिए एड़ी-चोटी का प्रयास कर रही कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों के लिए कुछ नियम बनाएं हैं।

कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव का टिकट चाहने वाले उम्मीदवारों के लिए 10 बिंदुओं के मानक जारी किए हैं। राज्य में चुनाव 21 अक्टूबर को होना है। पार्टी ने टिकट के लिए फॉर्म जमा करने करने की समय सीमा को 23 सितम्बर से बढ़ाकर 25 सितम्बर कर दिया है। हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने ट्वीट किया, ‘टिकट चाहने वालों व सदस्यता मुहिम के उत्साह को देखकर फॉर्म जमा करने की आखिरी तिथि को बढ़ाकर 25 सितम्बर कर दिया गया है।’

मानकों के अनुसार, जो खादी पहनते हों, शराब नहीं पीते हों, गांधीवादी जीवन पद्धति का पालने करते हों, धर्मनिरपेक्ष मूल्यों में विश्वास करते हों या जाति, धर्म या पंथ के आधार पर निजी या सार्वजनिक जीवन में भेदभाव नहीं करते हों, वे ही उम्मीदवार हो सकते हैं।

कांग्रेस द्वारा जारी किए गए आवेदन फॉर्म के अनुसार, उम्मीदवारों को एक वचनपत्र पर हस्ताक्षर करना होगा कि वे किसी सार्वजनिक मंच पर पार्टी लाइन व नीतियों के खिलाफ नहीं जाएंगे।

राज्य के पूर्व पार्टी प्रमुख अशोक तंवर ने कहा कि खादी एक जीवन शैली है और हर कांग्रेस को गांधीवादी विचार का पालन करना चाहिए।

कांग्रेस ने टिकट चाहने वालों के फॉर्म की जांच के लिए मधुसूदन मिस्त्री की अगुवाई वाली स्क्रीनिंग कमेटी का गठन किया है।

कांग्रेस द्वारा टिकट के लिए जारी किए गए मानकों से इतना तो स्पष्ट है कि कांग्रेस हरियाणा में ऐसे उम्मीदवारों की तलाश में हैं जो शुद्ध रूप से कांग्रेस के विचार धाराओं का अनुसरण करें गांधीवादी विचारधारा पर चले और कांग्रेस की जो नीति है उसको आगे बढ़ाएं ताकि भविष्य में दलबदल जैसे समस्याओं का सामना पार्टी को ना करना पड़े।

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