भारतीय जनता पार्टी के सांसद विजय गोयल सोमवार दोपहर जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में आंदोलनकारी छात्रों से बात करने पहुंचे। लेकिन विजय गोयल के पहुंचने पर छात्रों ने उनका भारी विरोध किया और ‘विजय गोयल गो बैक’ के नारे लगाए। राज्यसभा सांसद विजय गोयल ने इस पूरे आंदोलन को दुर्भाग्यपूर्ण और राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा, “नागरिकता संशोधन कानून से किसी को डरने की आवश्यकता नहीं है। यह कानून किसी के भी अधिकारों में कटौती नहीं करता है न ही इस कानून के लागू होने से किसी भी भारतीय की नागरिकता को खतरा है।”
विजय गोयल ने इस पूरे आंदोलन को आम आदमी पार्टी (आप) की साजिश करार दिया है। गोयल के मुताबिक, दिल्ली के मुख्यमंत्री नागरिक संशोधन कानून के मुद्दे पर लोगों को आंदोलन करने के लिए कह रहे हैं। उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया इसे चुनावी मुद्दा बना रहे हैं।
उन्होंने स्थानीय विधायक अमानतुल्लाह को जामिया में हिंसा भड़काने का जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि अमानतुल्ला यहां भड़काऊ भाषण दे रहे हैं। विजय गोयल ने कहा की धरना दे रहे अधिकांश लोगों में छात्र कम, नेता और राजनीतिक कार्यकर्ता अधिक हैं।
जामिया परिसर में प्रदर्शनकारियों के बीच मौजूद छात्र नेता जावेद मीर ने विजय गोयल के आरोपों को बेबुनियाद ठहराया। जावेद ने कहा कि प्रदर्शन कर रहे लोग छात्र ही हैं, जो इस विषय पर आंदोलन और जागरूकता फैलाने का कार्य कर रहे हैं और इसमें किसी प्रकार की राजनीति नहीं ढूंढ़ी जानी चाहिये