झारखंड में विधानसभा चुनाव चल रहा है ऐसे में नेताओं का पार्टी बदलना और एक पार्टी छोड़कर दूसरे पार्टी में चले जाना आम बात है लेकिन जिस प्रकार चुनाव से पहले ही बीजेपी को झटका लगना शुरू हुआ तो वह चुनाव के दौरान भी जारी है। पहले गठबंधन के दलों में झगड़ा और उसके बाद फिर कई बड़े नेताओं का बीजेपी छोड़ जाने के बाद अब चुनाव के दौरान भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण प्रभाकर ने भी भारतीय जनता पार्टी को अलविदा कह दिया है
झारखंड विधानसभा चुनाव के बीच में ही प्रदेश भाजपा इकाई को बड़ा झटका लगा है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण प्रभाकर ने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया। अब वह एनपीपी के टिकट पर झारखंड की नाला विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। प्रवीण प्रभाकर पांच पहले भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे। वह आजसू के संस्थापक सदस्यों में भी शुमार रहे। बताया जाता है कि वह टिकट बंटवारे से नाराज चल रहे थे।
बीजेपी छोड़ने के बाद मीडिया से बात करते हुए प्रवीण प्रभाकर ने कहा कि, उन्हें भाजपा से कोई व्यक्तिगत शिकायत नहीं है, लेकिन झारखंड में भाजपा को आत्मचिंतन करने की आवश्यकता है। मैंने झारखंड आंदोलन में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया और एक बेहतर झारखंड के निर्माण के लिए आजीवन संघर्ष करता रहूंगा।
प्रवीण प्रभाकर से पहले कई नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी का गांव चुनाव से पहले छोड़ दिया जबकि भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल आज तूने भी भारतीय जनता पार्टी से नाता तोड़ते हुए अपने उम्मीदवारों को अलग खड़ा किया वहीं दूसरी तरफ कई सर्वे में यह स्पष्ट दिख रहा है कि झारखंड में भारतीय जनता पार्टी सरकार की वापसी काफी मुश्किल है।