कर्नाटक में हुए विधानसभा चुनाव में जिस तरह से कांग्रेस बीजेपी से पिछड़ गए थी और उसे जेडीएस को समर्थन देना पड़ा था उसके बाद विधायको के बागी होने के कारण सिर्फ 14 महीने में ही सरकार गिर गई उसके बाद अब कांग्रेस कर्नाटक में होने वाले उपचुनाव में अधिक से अधिक सीट जितने के लिए प्लान बना रही है।
कांग्रेस और जेडीएस के बागी विधायकों के अयोग्य घोषित होने के कारण रिक्त 17 निर्वाचन क्षेत्रों में होने वाले उपचुनावों के लिए कांग्रेस जल्द ही तैयारी शुरू करेगी। इसको लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता बैठक कर रणनीति पर काम कर रहे हैं।
पार्टी सूत्रों के अनुसार उपचुनाव के लिए तैयारी जल्द ही शुरू होगी और अगस्त के पहले सप्ताह में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलायी गयी है। बैठक के बाद वरिष्ठ नेताओं को निर्वाचन क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी जाएगी।
पार्टी के नेता के अनुसार ”हमें नहीं पता कि उपचुनाव कब होगा,(अयोग्य करार दिए गए विधायकों पर) अदालत का क्या फैसला आएगा, हम इस बारे में आश्वस्त नहीं हैं लेकिन हम हरेक निर्वाचन क्षेत्र के हिसाब से नेताओं को जिम्मेदारी देंगे।”
चूंकि, अयोग्य करार दिए गए अधिकतर विधायक कांग्रेस के हैं इसलिए नए उम्मीदवारों की खोज शुरू होगी।
कांग्रेस-जद (एस) के 17 बागी विधायकों को पार्टी के व्हिप का उलंघन करने के लिए तत्कालीन विधानसभाध्यक्ष रमेश कुमार ने अयोग्य करार दिया था।
जिस दिन कुमारस्वामी सरकार गिर गयी थी, उस दिन कांग्रेस के 14 और जद (एस) के तीन विधायक विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से अनुपस्थित रहे थे। जद (एस) के साथ गठबंधन जारी रखने के बारे में एक सवाल पर कांग्रेस के नेता ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि पार्टी गठबंधन में चुनाव लड़ने वाली है, लेकिन तालमेल के लिए प्रयास कर सकती है ।
अब देखना होगा की इन उपचुनाव में कांग्रेस कैसा प्रदर्शन करती है पर इसकी तैयारी जितना जल्दी शुरू हो वो कांग्रेस के लिए ठीक होगा।