लोकसभा में कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने ‘अरुणाचल प्रदेश में चीनी अतिक्रमण’ का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि हम बार-बार पाकिस्तान का मुद्दा उठाते हैं। चौधरी ने कहा कि हमें एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि पाकिस्तन की मदद कौन करता है, जाहिर है की उसे चीन से मदद मिलती है। हमें यह बात समझने की जरूरत है। अधीर रंजन चौधरी ने अरुणाचल प्रदेश से बीजेपी सांसद तापिर गाव द्वारा लोकसभा में उठाए गए मुद्दों की भी याद दिलाई। चौधरी ने कहा कि चीन से जुड़ा कोई भी मुद्दा मीडिया नहीं उठाता। उन्होंने कहा कि जसवंत सिंह जहां तत्कालीन आर्मी के कैप्टन थे, उस जगह को भी चीन ने अपने कब्जे में ले लिया है। उन्होंने कहा कि अरुणाचल में 60 किलोमीटर से ज्यादा चीन जमीन पर चीन ने कब्जा कर लिया है।
अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “चीन अंडमान-निकोबार तक आ गया है और नेवी के जवान उसका पीछा कर रहे हैं। हम कब जवाब देंगे? पाकिस्तान के खिलाफ हमारे रुख में जो आक्रमकता दिखती है, वह चीन के खिलाफ क्यों नहीं दिखती है? हम कोई कमजोर देश नहीं है। यह मुद्दा हमारे देश की आनबन और शान से जुड़ा है।”
लोकसभा में शून्यकाल में कांग्रेस द्वारा उठाए गए इस मुद्दे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जवाब दिया। राजनाथ सिंह ने कहा, “सीमा सुरक्षा को लेकर हमारी सरकार सजग है। हमारी सेनाएं किसी भी चुनौती से निपटने के लिए सक्षम हैं। भारत-चीन के बची सीमा से जुड़ा मुद्दा काफी सालों से चलता आ रहा है। एलएसी को लेकर दोनों देशों के अलग-अलग दावे हैं। यही वजह कि कभी उनकी सेनाएं हमारी सीमाओं में आ जाती हैं तो कभी हमारी सेनाएं भी उनकी सीमा में चली जाती हैं। इस तरह का विवाद लगातार चलता आ रहा है।”
रक्षा मंत्री ने कहा, “दोनों सेनाओं के बीच गतिरोध होता है, लेकिन उसे दोनों ही सेनाएं बढ़ने नहीं देतीं। दोनों सेनाओं के कमांडर बैठक करके मुद्दों को सुलझा लेते हैं। इन मामलों की हम समय-समय पर सरकार समीक्षा करती रहती है। भारत-चीन सीमा पर इंफ्रास्ट्रक्चर को लगातार बेहतर किया जा रहा है।”
इससे पहले 19 नवंबर को लोकसभा में बीजेपी सांसद तापिर गाव ने ही अरुणाचल प्रदेश में चीन द्वारा किए जा रहे कब्जे का मुद्दा उठाया था। इस मुद्दे पर उन्होंने खुले तौर पर मोदी सरकार पर नाराजगी जताई थी। बीजेपी सांसद तापिर गाव ने कहा था, “आज 50 से 60 किलोमीटर से ज्यादा चीन हमारे इलाके पर कब्जा कर चुका है। इसलिए मैं सरकार, सदन और मीडिया हाउस को यह अपील करना चाहूंगा कि इस मुद्दे को उठाएं। अगर कोई पाकिस्तान का मुद्दा आता है तो वह उठता है, मीडिया में खबरें आती है, लेकिन चीन अगर अरुणाचल प्रदेश में कब्जा करता है तो वह खबर कहीं नहीं आती है।”