
लोकसभा चुनाव के बाद निराशाजनक प्रदर्शन के कारण प्रदेश अध्यक्ष पद से कमलनाथ के इस्तीफा देने के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस के नए मुखिया के लिए करीब आधा दर्जन नामो पर चर्चा हो रहा है जिसमे पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया , पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह उर्फ राहुल भैया , कमलनाथ सरकार के मंत्री जीतू पटवारी , बाला बच्चन , उमंग सिंघार , रामनिवास रावत का नाम प्रमुख रूप से लिया जा रहा है।
नए प्रदेश अध्यक्ष की जल्द ही नियुक्ति के संकेत के साथ दावेदारों ने सक्रियता ज्यादा बढ़ा दी है। अगर इस पद के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की पसन्द माने तो अजय सिंह के नाम पर दोनो सहमत हैं, मगर अजय सिंह के नाम पर पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थकों को मनाना आसान नहीं है।
सिंधिया के समर्थक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चल रहे नामों में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया का भी नाम आगे बढ़ा रहे हैं. ज्योतिरादित्य के समर्थकों का मानना है कि वे अब प्रदेश की कमान संभालें और संगठन को मजबूत करें।
इन दोनों के अलावा आदिवासी कार्ड खेलते हुए कमलनाथ अपने समर्थक बाला बच्चन का नाम आगे बढ़ा रह हैं, मगर बच्चन की राह में वन मंत्री उमंग सिंघार रोड़ा बन सकते हैं. सिंघार, सीधे तौर पर राहुल गांधी से जुड़े हुए हैं और युवा नेता के रुप में राहुल की पसंद भी वे हैं। जबकि सिंधिया समर्थक रामनिवास रावत का नाम भी इस पद के लिए चर्चा में बना हुआ है इसके अलावा मंत्र जीतू पटवारी भी इसके लिए सक्रिय हैं जो राहुल गांधी के काफी नजदीकी माने जाते हैं।
प्रदेश और दिल्ली में चर्चा है कि इस बार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए इस बार युवा चेहरे को सामने लाया जाएगा ऐसे में उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी और उमंग सिंघार का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है। . दोनों ही के संबंध मुख्यमंत्री कमलनाथ के अलावा पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी अच्छे हैं. वहीं ये दोनों राहुल की पसंद भी है. दोनों ही नेताओं को मंत्री भी राहुल गांधी के कहने पर ही बनाया गया था.