
पिछले कुछ समय से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने की चर्चा काफी तेज हो गई थी। इसी बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसमें अपना तर्क देते हुए कहा है कि बड़े नेताओं को हराने की परंपरा नहीं रही है। इससे वे जीतकर संसद भवन आएं और लोकतंत्र को मजबूत करें।
राहुल गांधी का मानना है कि नेहरू, शास्त्री और इंदिरा तक परम्परा रही है कि बड़े विपक्षी नेताओं को जबरन हराने की कोशिश ना हो। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राजीव गांधी के वक्त हेमवती नंदन बहुगुणा को अमिताभ बच्चन से हरवाकर गलत परम्परा डाली गई। साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष का मानना है जब बड़े नेता जीतकर विपक्ष में आएंगे तो लोकतंत्र मजबूत और स्वस्थ रहेगा।
इसके साथ ही राहुल ने जवाहर लाल नेहरु के लोहिया और अटल प्रेम का हवाला दिया। हालांकि प्रियंका गांधी राहुल की इस बात से सहमति तो जताती देखी गईं लेकिन वे मानती है कि बीजेपी कांग्रेस मुक्त भारत का सपना देख रही है। इसलिए हमें पीएम मोदी को उनके ही घर में जाकर घेरना चाहिए।
साथ ही कहा कि मोदी अपने सियासी विरोधियों के व्यक्तिगत दुश्मन मानते हैं। वे लोगों की विचारधाराओं को कुचलना चाहते हैं। साथ ही कहा कि वे लोहिया या अटलजी नहीं हैं।
अंततः राहुल गांधी के तर्कों को जगह देते हुए स्वस्थ लोकतंत्र बनाने के लिए प्रियंका गांधी मोदी के खिलाफ चुनाव नही लड़ रही हैं। कांग्रेस ने वाराणसी से फिर एक बार अजय राय को अपना उम्मीदवार बनाया है।