
नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस महसचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि प्रदेश में कई जगह अराजकता फैली है। कांग्रेस प्रतिनिध मंडल ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिलकर एक पत्र सौंपा। पत्र पूरा एक दस्तावेज है, जिसमें हमने कहा कि कैसे सरकार और पुलिस नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ कदम उठा रही हैं।
उन्होंने आगे कहा, “प्रदर्शनकारियों के खिलाफ जो कार्रवाई की जा रही है उसका कोई कानूनी आधार भी नहीं है। प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि वह बदला लेंगे, उसी बयान पर पुलिस चल रही है। पहली बार किसी सीएम ने बदला लेने की बात कही है। मीडिया से बात करते हुए प्रियंका गांधी ने कई घटनाओं का जिक्र किया।
उन्होंने कहा, “लखनऊ में रिटायर्ड आईएएस दारापुरी जी के परिवार से मिलने जा रही थी, उन्हें घर से गिरफ्तार किया गया था। वे अंबेडकरवादी हैं, उनके घर से दिखता है कि वे कैसे इंसान हैं। उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट सीएए के खिलाफ डाली। उन्होंने शांतिपूर्ण तरीक से प्रदर्शन की अपील की थी। उन्हें एक ऐसी लिस्ट में डाला गया है, जिसमें 48 लोगों के नाम हैं। कांग्रेस की सदस्य सदफ जाफर का भी इस लिस्ट में नाम है। उनके बच्चे अकेले रह रहे हैं। वे अपनी मां से अब तक नहीं मिल पाए हैं। वह सड़क पर खड़ी थीं उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया था। इन सभी लोगों पर बेहद गंभीर धाराएं लगाई गई हैं।”
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि वाराणसी में भी कई बच्चे शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे। उन्हें भी जेल में डाल दिया गया है। यह सभी बच्चे 25 से 30 साल की उम्र के हैं। उन्होंने कहा कि अब तक प्रदेश में 5500 लोग हिरासत में हैं, 1100 गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
प्रियंका गांधी से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने प्रेस से बात की। उन्होंने बताया कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले लोगों पर बर्बर कार्रवाई के मुद्दे पर पार्टी ने एक अहम बैठक ही है। सलमान खुर्शीद ने कहा कि बैठक में पार्टी ने फैसला किया है कि हम उन सभी लोगों की मदद करेंगे जो नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान घायल हो गए या फिर उनकी जान चली गई।
उन्होंने कहा कि हमने जमीनी स्तर पर प्रदर्शन के दौरान घायल और मारे गए को लेकर जानकारी इकट्ठा की हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी दल या संस्थान ने इस तरह की सूचनाएं इकट्ठा नहीं की हैं। सलमान खुर्शीद ने कहा कि हम हाई कोर्ट जाएंगे और इन दस्तावेजों को कोर्ट के सामने रखेंगे। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि कोर्ट ऐसा फैसला देगा, जिससे बर्बर रवैये पर रोक लगेगी।