
देश भर में चल रहे नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में आंदोलनों के बीच प्रदर्शनकारियों के घायल होने और कुछ जगह से प्रदर्शनकारियों की मौत की भी खबर सामने आई है। प्रदर्शनकारियों के घायल होने और मारे जाने की खबर के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने असम में मारे गए प्रदर्शनकारी के परिजन से मुलाकात कर दुख व्यक्त किया तो वही इससे पहले पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने भी उत्तर प्रदेश में प्रदर्शनकारियों के परिवार से मुलाकात की।
इन सबके बीच राहुल गांधी ने सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से उन परिवारों की मदद करने को कहा, जो देशभर में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) विरोधी प्रदर्शनों के दौरान मारे गए या घायल हुए हैं।
राहुल गांधी ने एक ट्वीट किया, “सीएए के खिलाफ पूरे भारत में प्रदर्शन करते हुए कई युवा और महिलाएं घायल हो गए और यहां तक कि मारे भी गए। मैंने कांग्रेस पार्टी के अपने कार्यकर्ताओं से पीड़ित परिवारों से मिलने और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करने का आग्रह करता हूं। मैं असम में शनिवार को दो युवा शहीदों के परिवारों से मिला।”
इससे पहले राहुल गांधी ने गुवाहाटी और कामरूप में दो युवाओं के परिवारों से मिले, जो प्रदर्शनकारियों पर पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में मारे गए थे।
कांग्रेस पार्टी अब पुलिस की कार्रवाई में घायल या मृत प्रदर्शनकारियों के समर्थन में खुलकर सामने आ गई है। प्रियंका गांधी ने जेल में बंद लोगों की कानूनी मदद करने के लिए उत्तर प्रदेश में शीर्ष वकीलों के साथ बैठक की है।
प्रदर्शनकारियों को खदेड़ते समय की गई कथित गोलीबारी में उप्र में करीब दो दर्जन, असम में पांच और मंगलुरू में दो लोगों की मौत हुई है।
कांग्रेस लगातार इस कानून का विरोध कर रही है। कई जगह कांग्रेस ने विरोध में धरना देने के अलावा पैदल मार्च भी निकाल चुकी है। जबकि शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को भी कांग्रेस समर्थन कर रही है।