पंजाब में होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर राजनीतिक गतिविधियां तेज हो चुकी है नेता एक-दूसरे पार्टी में दलबदल करना शुरू कर दिए हैं। कांग्रेस खुद को और अधिक मजबूत करने के लिए विपक्षी नेताओं को अपने पाले में लाने में लगी हुई है। पहले ही कई नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलवाने के बाद कांग्रेस ने फिर एक बार बीजेपी में सेंधमारीकरते हुए कई स्थानीय नेताओं को अपने पाले में शामिल कर लिया।
फगवाड़ा विधानसभा सीट के लिए 21 अक्टूबर को होने जा रहे उप चुनाव से पहले कांग्रेस ने भाजपा की एक और झटका दिया है। भाजपा के तीन पार्षदों विक्की सूद, ओम प्रकाश बिटटू व तृप्ता शर्मा के कांग्रेस में शामिल होने के बाद ल वार्ड नंबर-45 से भाजपा पार्षद कुलजीत कौर व उनके पति जिला भाजपा के पूर्व महासचिव गुरदीप दीपा ने भी कांग्रेस में का हाथ थाम लिया है। कांग्रेस की ओर से स्थानीय एक रिसोर्ट में समारोह का आयोजन किया। इस समारोह में पंजाब के उद्योग व कामर्स मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा, सांसद चौधरी संतोख सिंह, पूर्व मंत्री अवतार हैनरी, पूर्व मंत्री जोगिंदर सिंह मान व फगवाड़ा हलके से कांग्रेस के उम्मीदवार और पूर्व आईएएस अधिकारी बलविंदर सिंह धालीवाल लविशेष तौर पर शामिल हुए।
उन्होंने भाजपा पार्षद कुलजीत कौर व उनके पति भाजपा नेता गुरदीप सिंह दीपा को कांग्रेस का पटका पहनाकर उन्हें कांग्रेस में शामिल किया। इस दौरान मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा व कांग्रेस उम्मीदवार बलविंदर सिंह धालीवाल ने कहा कि पार्षद कुलजीत कौर व गुरदीप दीपा के कांग्रेस में आने से पार्टी को मजबूती मिली है। इस अवसर पर बीजेपी पार्षद के कई समर्थक भी पार्टी की सदस्यता ग्रहण करते हुए कांग्रेस में शामिल हो गए पंजाब में जब से उपचुनाव की घोषणा हुई है तब से लगातार ही बीजेपी को झटका लग रहा है और बीजेपी के स्थानीय नेता कांग्रेस की सदस्यता लेते हुए कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।
बीजेपी , अकाली दल और आम आदमी पार्टी इस उपचुनाव के जरिए कांग्रेस को हराकर यह साबित करना चाहती है कि कांग्रेस की सरकार से जनता नाराज है मगर जिस तरह से विपक्षी दल के नेता कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं उससे यह नहीं लग रहा है कि पंजाब में कांग्रेस को विपक्षी पार्टियां हरा पाएंगी।