लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूरे हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद उन्हें मनाने की काफी कोशिश की गई मगर वो अपने इस्तीफा के जिद्द पर अड़े रहे ऐसे में पार्टी ने तभी अंतरिम अध्यक्ष के रूप में सोनिया गांधी को पार्टी का कामकाज देखने के लिए मनाया था लेकिन उक बाबजूद भी कांग्रेस के कई नेता और खासतौर पर कांग्रेस की युवा इकाई लगतार राहुल गांधी को पुनः अध्यक्ष बनाए जाने की मांग करते आ रहे हैं।
ऐसे में अब संकेत मिला है कि राहुल गांधी जल्दी ही फिर कांग्रेस की कमान संभाल सकते हैं। पार्टी में इसकी चर्चा शुरू हो गई है। इसका एक बड़ा संकेत महाराष्ट्र में सरकार गठन से भी मिला है, जब हाल ही में बनी शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन वाली महाविकास अघाड़ी की सरकार में अचानक कांग्रेस के कोटे से बाला साहेब थोराट के साथ नितिन राउत को मंत्री बनाया गया और नाना पटोले को विधानसभा अध्यक्ष के लिए कांग्रेस ने नामित किया। जबकि पहले मंत्रिमंडल के लिए थोराट के साथ अशोक चह्वाण और विधानसभा अध्यक्ष के लिए पृथ्वीराज चह्वाण के नामों की चर्चा तेज थी। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार नितिन राउत और नाना पटोले के नाम राहुल गांधी ने दिए हैं।
अगर राहुल को फिर पार्टी अध्यक्ष बनाया जाना है, तो उसकी क्या प्रक्रिया होगी, इस सवाल के जवाब में कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य रहे एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि कार्यसमिति की बैठक बुलाकर यह फैसला कभी भी लिया जा सकता है और बाद में उसका महासमिति का अधिवेशन बुलाकर उसका अनुमोदन कर लिया जाएगा। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि अभी पार्टी के शीर्ष स्तर पर इस पर राय मशविरा हो रहा है। सहमति बनते ही कार्यसमिति की बैठक इस मुद्दे पर बुलाई जाएगी। जिसमें राहुल को दोबारा कांग्रेस अध्यक्ष बनाने पर विस्तृत चर्चा के बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा।
पार्टी नेता इसके लिए राहुल से भी बात कर रहे हैं और उन्हें पुनः अध्यक्ष बनकर पार्टी की बागडोर अपने हाथों में लेने की अपील कर रहे हैं क्योंकि सोनिया गांधी की तबियत उतनी बेहतर नही रहती है जिस कारण से वो कई कार्यक्रमों में नही पहुंच पाती है इसलिए सोनिया गांधी खुद भी राहुल को पुनः अध्यक्ष पद संभालने के लिए कह सकती हैं।