केरल में आया प्रलयकारी बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का संसदीय क्षेत्र इन दिनों केरल के बाढ़ से काफी परेशान है मगर उसे अपने सांसद का साथ और सांसद द्वारा उठाया जा रहे कदम लगातार वायनाड के जनता को राहत पहुंचा रहा है।
वायनाड के जनता का हाल जानने और उनके परेशानी से निपटने के लिए आवश्यक कार्यो के समीक्षा के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 4 दिन के वायनाड दौरे पर जाएंगे।
उनका दौरा 27 अगस्त से शुरू होगा. केरल के वायनाड में बाढ़ के कारण भयंकर तबाही मची है. राहुल गांधी बाढ़ के बाद राहत और पुनर्वास कार्यों का जायजा लेंगे. राहुल गांधी वायनाड के जिलों में दो-दो दिन बिताएंगे. इसके अलावा वे कोझिकोड और मल्लप्पुरम का भी दौरा करेंगे. राहुल गांधी 27 अगस्त को कन्नूर एयरपोर्ट पर उतरेंगे और वहां से मनन्थावडी रवाना होंगे. 28 अगस्त को वे वायनाड जाएंगे. 29 को राहुल निलांबूर और वंडूर में रहेंगे. 30 अगस्त को राहुल गांधी तिरुवम्बडी जाएंगे.
लगातार बारिश के कारण आई बाढ़ से केरल में काफी नुकसान हुआ है. राज्य में अभी तक बाढ़ के कारण 120 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है और दो लाख 87 हजार से अधिक लोगों को अपना घर छोड़कर 1654 से अधिक राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी है.
राहुल गांधी 12 अगस्त को भी अपने लोकसभा क्षेत्र पहुंचे थे. उन्होंने यहां के राहत शिविरों का दौरा किया था. उन्होंने मल्लप्पुरम जिले के निलांबूर, कोझिकोड जिले के तिरुवम्बडी, वायनाड में मेप्पादी का दौरा किया. इसके अलावा उन्होंने मल्लप्पुरम, कोझिकोड और वायनाड के जिला कलेक्टरों की ओर से बुलाई गई समीक्षा बैठकों में भी भाग लिया.
राहुल गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र में बाढ़ से प्रभावित लोगों को सभी प्रकार की मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया. गांधी ने तिरुवम्बडी में एक राहत शिविर में लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “संकट की इस घड़ी में हम सभी आपके साथ हैं. मैं न केवल कांग्रेस कार्यकर्ताओं से, बल्कि सभी से अपील करता हूं कि वे आप लोगों की पीड़ा को कम करने में अपना योगदान दें. आपको अपने भविष्य को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि हम आपके जीवन को दोबारा सामान्य बनाने में मदद करेंगे.”
केरल ही नही देश के विभिन्न हिस्से में आए बाढ़ को लेकर राहुल गांधी ने चिंता व्यक्त करते हुए पीड़ितों को अधिक से अधिक मदद करने की अपील की थी। राहुल ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से विशेष अपील की थी कि वो अपने आसपास के पीड़ित लोगों के मदद के लिए आगे बढ़कर काम करें।