नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगो की आवाज को कुचलने के लिए सरकार हर तरह के हथकण्डे अपना रही है चाहे वो धारा 144 लागू करना हो या फिर इंटरनेट बन्द करना हो। ऐसे में विपक्षी पार्टियों को सरकार पर आंदोलन को कुचलने को लेकर हमला करने का मौका मिल गया है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि सरकार लोगों को मिलने वाली सुविधाएं बंद कर शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे लोगों की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है और उसकी यह कार्रवाई भारत की आत्मा के विरुद्ध है।
श्री गांधी ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर में जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हो रहे प्रदर्शनों को देखते हुए मेट्रो स्टेशन बंद करने, इंटरनेट सेवा रोकने तथा धारा 144 लागू करने को लोगों की आवाज दबाने वाली कार्रवाई करार दिया और कहा कि ऐसे कदम उठाने का उसे कोई अधिकार नहीं है।
दक्षिण कोरिया की राजधानी सोल यात्रा पर गये कांग्रेस नेता ने कहा, “इस सरकार को कालेज बंद करने, टेलीफोन तथा इंटरनेट सेवा बाधित करने, मेट्रो ट्रेनों की सेवा बंद करने तथा धारा 144 लागू करने, भारत की आवाज दबाने तथा शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों को रोकने का कोई अधिकार नहीं है।”
उन्होंने इस कदम की तीखी आलोचना की और कहा ‘यह कदम भारत की आत्मा का अपमान है।” गौरतलब है कि दिल्ली में प्रदर्शनों को देखते हुए सरकार ने 18 से 20 मेट्रो स्टेशन बंद करने के साथ ही कई स्थानों पर धारा 144 लागू कर दी थी और इंटरनेट सेवा रोक दी थी।
देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन के कारण इंटरनेट बन्द कर धारा 144 लागू कर दिया गया है मगर इस बिल को लाने वाली सरकार प्रदर्शनकारियों को सुनने के लिए भी तैयार नही है।