महाराष्ट्र सरकार में राहुल के खास इस नेता को मिला मंत्रिमंडल में जगह

उद्धव बालासाहेब ठाकरे ने कल 28 नवम्बर को महाराष्ट्र के 19वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लिया। जिसके साथ ही महाराष्ट्र में ‘ठाकरे राज’ शुरू हो गया। उद्धव , “ठाकरे” परिवार के पहले शख्स जिन्होंने सरकारी पद हासिल किया हो। प्रदेश में पहली बार एनसीपी-कांग्रेस और शिवसेना की गठबंधन से बनी महा विकास अघाड़ी गठबंधन सरकार में उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली जबकि उद्धव के साथ ही राज्यपाल ने तीनों दलों से दो-दो नेताओं को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई। शिवसेना कोटे से एकनाथ शिंदे और सुभाष देसाई ने मंत्री पद की शपथ ली.

जबकि एनसीपी कोटे से जयंत पाटिल और छगन भुजबल को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई तो वहीं कांग्रेस कोटे से बालासाहेब थोराट और नितिन राउत ने शपथ ली। बालासाहेब थोराट कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं तो वही नितिन राउत के बारे में कहा जाता है कि वह राहुल गांधी के बेहद ही खास हैं।

शिवसेना कोटे से मंत्री बने सुभाष देसाई पिछली शिवसेना-बीजेपी की सरकार में भी उद्योग मंत्री रह चुके हैं। सुभाष देसाई, गोरेगांव से तीन बार विधायक रह चुके हैं।

एनसीपी के जयंत पाटिल भी महाराष्ट्र के ग्रामीण विकास मंत्री रह चुके हैं. जयंत पाटिल, मुंबई 26/11 में कांग्रेस-एनसीपी सरकार में गृह राज्य मंत्री बनाए गए थे। वहीं छगन भुजबल भी एनसीपी-कांग्रेस की पिछली सरकार में मंत्री रह चुके हैं. भुजबल येवला सीट से लगातार चौथी बार जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंचे हैं।

कांग्रेस कोटे से मंत्री बने बालासाहेब थोराट महाराष्ट्र कांग्रेस में काफी बड़ा नाम है. बालासाहेब थोराट महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक दल के नेता भी चुने गए थे. थोराट गांधी परिवार के करीबी माने जाते हैं. थोराट ने संगमनेर सीट से 1985 से अब तक कोई चुनाव नहीं हारा है।

कांग्रेस कोटे से दूसरे मंत्री बने नितिन राउत महाराष्ट्र के साथ-साथ राष्ट्रीय कांग्रेस में भी काफी अहम पदों पर रहे हैं. बाद में वह महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव लड़ा और मंत्री बने हैं. नितिन राउत 2019 में नागपुर उत्तर सीट से जीते हैं।

नितिन राउत का नागपुर क्षेत्र में वर्चस्व माना जाता है। नितिन राउत के बारे में कहा जाता है कि वह राहुल गांधी के बेहद ही करीबी हैं और इनकी विदर्भ क्षेत्र में मजबूत पकड़ है. कांग्रेस को मिली 44 सीटों में से विदर्भ क्षेत्र में ही 15 सीटें जीती है. राहुल गांधी जब कांग्रेस अध्यक्ष थे तो नितिन राउत को केंद्र में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी थी. महाराष्ट्र विकास आगाड़ी (MVI) गठबंधन में शामिल नितिन राउत अभी भी एआईसीसी अनुसूचित जाति विंग के अध्यक्ष हैं।

अभी तीनो दलों से कई और नाम ऐसे हैं जिन्हें मंत्री पद की शपथ दिलवाई जाएगी। राजनीति से जुड़े लोग इस बात पर अभी से ही ध्यान लगाए हुए हैं कि गठबंधन के किस दल को कौन सा मंत्रालय मिलता है।

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