राज्यसभा के जरिये कांग्रेस के युवा ब्रिगेड कि बढ़ेगी ताकत , राहुल के करीबी युवा नेताओ का राज्यसभा जाना तय

देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के पहले पंक्ति और खासतौर और कांग्रेस की कार्यसमिति को देखेंगे तो लगेगा कि उनके नेता भी सबसे बुजुर्ग और पुराने हैं , राहुल गांधी के राजनीती में आने के बाद से लगातार उन्होंने युवाओ को पार्टी में आगे बढ़ाया मगर आज भी पार्टी में युवाओ से अधिक वरिष्ठ नेताओं की वर्चस्व है और यही हाल राज्यसभा में है क्योंकि कांग्रेस के तरफ से राज्यसभा में लगभग वही नेता हैं जो 65 साल की उम्र को पार कर लिए हैं मगर इस बार राहुल गांधी के द्वारा युवाओ को आगे करने की मुहिम राज्यसभा में भी देखने को मिलेगी।

इस बार मार्च में कांग्रेस के हिस्से में 10 राज्यसभा सीटें आने वाली हैं और पहली बार ऐसा हो रहा है कि दूसरी पीढ़ी के नेताओं को भी इस बार राज्यसभा भेजा जाएगा।

कांग्रेस को राजस्थान से 2, छत्तीसगढ़ से 2, हरियाणा, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार और कर्नाटक से एक-एक करके कुल दस राज्यभा सीटें मिलेंगी और माना जा रहा है कि इस बार राहुल के युवा ब्रिगेड का वर्चस्व बढ़ता इन सीटों पर दिखेगा।

कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा भेजना तय माना जा रहा है.इसकी एक बड़ी वजह यह है कि जब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री का फैसला हो रहा था तो सिंधिया ने गांधी परिवार की बात मानी. एक बार भी कमलनाथ का विरोध नहीं किया.

उसके बाद ही ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रियंका गांधी के साथ उत्तरप्रदेश का महासचिव भी बनाया गया था. दूसरा नाम है राहुल गांधी के नजदीकी माने जाने वाले कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला का है. कांग्रेस रणदीप सुरजेवाला को भी राज्यसभा भेजने की तैयारी कर रही है. इसकी बड़ी वजह है कि जब पार्टी को मोदी सरकार के खिलाफ कुछ कहना होता है तो उसमें रणदीप सुरजेवाला नजर आते हैं.

तीसरा नाम है झारखंड के प्रभारी आरपीएन सिंह का हाल में हुए झारखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पहली बार 16 सीटें जीतकर आई और जेएमएम के साथ सरकार बनाई. इसका श्रेय आरपीएन सिंह को दिया जा रहा है तो आरपीएन को भी राज्यसभा सीट मिल सकती है. महाराष्ट्र से राजीव सातव और मुकुल वासनिक में से किसी एक को राज्यसभा सीट दी सकती है. राजीव सातव गुजरात के प्रभारी हैं और राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं।

इसके अलावा जितिन प्रसाद , दीपेंद्र हुड्डा , जितेंद्र सिंह भी कतार में हैं. यानि कुल मिलाकर यह पहली बार हो रहा है कि दूसरी पीढ़ी के नेता और खासतौर पर राहुल गांधी के नजदीकियों को भी इस बार कांग्रेस राज्यसभा भेजेगी।

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