
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस 3 दशक से सत्ता से बाहर है और लगातार चुनाव दर चुनाव राज्य में पार्टी का पतन ही होता चला जा रहा है मगर एक लंबे समय के बाद देखने को मिल रहा है कि सत्ताधारी दल से कांग्रेस आंख मिलाकर न सिर्फ बात कर रही है बल्कि जनता के मुद्दों के लिए लड़ाई लड़ने के लिए भी पूरी तरह तैयार हो रही है।
एक लम्बे समय के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ता भी एक जुट दिख रहे हैं और कहीं न कहीं इसके लिए यूपी सरकार और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी श्रेय जाता है क्योंकि जिस तरह से कांग्रेस की महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी के द्वारा यूपी के मजदूरों लिए मुहैया करवाएगा बस को लेकर सरकार ने विवाद पैदा किया और अंत मे बस को वापस कर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को गिरफ्तार कर लिया उससे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने एकजुटता के साथ सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने जारी बयान में कहा है कि उत्तर प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की गिरफ्तारी गैरकानूनी है। जिनकी पुरजोर निंदा होनी चाहिए। गौरतलब है कि अजय कुमार लल्लू लगातार श्रमिक भाई बहनों की मदद कर रहे थे। लखनऊ की वीरान सड़कों पर दिन, दोपहर और देर रात तक खाना, पानी और नाश्ता बांटते थे।
विधायक दल नेता श्रीमती आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी की महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी ने 1000 बसों की अनुमति मांगी थी लेकिन मजदूर-गरीब विरोधी सरकार ने यूपी सीमा पर बसों को अंदर नहीं आने दिया। 3 दिनों तक बसों को लेकर हम दुःख के साथ बेबस खड़े रहे।
उन्होंने कहा कि आगरा में मजदूरों के लिए बसों को यूपी की सीमा में लाने की पैरोकारी कर रहे अजय कुमार लल्लू को योगी आदित्यनाथ की पुलिस ने गैरकानूनी ढंग से गिरफ्तार किया। जैसे ही उनको आगरा में जमानत मिली कि गरीब और मजदूर विरोधी सरकार ने अपनी ओछी मानसिकता का परिचय दिया और लखनऊ पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
प्रदेश उपाध्यक्ष श्री पंकज मलिक और श्री बीरेंद्र चौधरी ने जारी संयुक्त बयान में बताया कि हमारे प्रदेश अध्यक्ष को 14 दिनों की पुलिस रिमांड पर जेल भेजा जाना सरकार की तानाशाही और गरीब और मजदूर विरोधी जेहनियत का मुजाहिरा करती है। पूरी पार्टी अपने प्रदेश अध्यक्ष के समर्थन और एकजुटता में खड़ी है।
संयुक्त बयान में कहा गया कि पूरे प्रदेश में 50 हज़ार से अधिक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने अपने फेसबुक पेज पर लाइव किया और भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व राजीव गांधी जी की 30 वीं शहादत दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष के प्रति अपनी एकजुटता जाहिर की। तमाम कार्यकर्ताओं ने श्रमिकों की व्यथा व्यक्त की और श्रमिकों की सेवा का संकल्प लिया।
ऐसे में राजनीतिक विश्लेषकों के बीच चर्चा का दौर आम हो गया है कि उत्तर प्रदेश सरकार का कांग्रेस के साथ हो रहा टकराव क्या कांग्रेस को प्रदेश में तीन दशक के बाद मजबूत कर रहा है ? और कहीं न कहीं सरकार का कांग्रेस के कार्यों में हर बार कोई न कोई विवाद करना उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को पुनः चर्चा के केंद्र में ला दिया है।