हार्वर्ड केनेडी स्कूल की कैर सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स पॉलिसी के एक वरिष्ठ फेलो सलिल शेट्टी ने भविष्यवाणी की है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नित यूपीए को 287 सीट भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को 256 सीटें मिलेंगी. इस प्रकार यूपीए का पलड़ा भारी होगा.
एमनेस्टी इंटरनेशनल के महासचिव के रूप में कार्यरत शेट्टी के अनुसार कांग्रेस पार्टी अपने दम पर 117 सीटें जीतेगी, जबकि भाजपा को 168 सीटें मिलेंगी.
सलिल शेट्टी की भविष्यवाणी से यह बात स्पष्ट दिख रही है कि चुनाव के बाद क्षेत्रीय दलों की भूमिका अहम होगी. किसी भी दल को बहुमत हासिल नहीं होने के कारण सरकार बनाने के लिए क्षेत्रीय दलों पर निर्भर होना होगा.
इस विश्लेषण के अनुसार आंध्र प्रदेश में जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस और के. चंद्रशेखर राव की तेलंगाना राष्ट्र समिति चुनाव के बाद भाजपा के साथ गठबंधन करेगी. इसी तरह, नवीन पटनायक का बीजू जनता दल अपना समर्थन भाजपा को दे सकता है.
हालांकि, एनडीए का रूझान तब भी यूपीए से कम होगा. अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी, मायावती की बहुजन समाजवादी पार्टी और ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को यूपीए का समर्थक दल माना गया है.
सलिल शेट्टी के अनुसार भाजपा और उसके सहयोगी दल पश्चिम बंगाल में 6, उत्तर प्रदेश में 30, राजस्थान में 14, महाराष्ट्र में 28 और मध्य प्रदेश में 15 सीटों पर जीत हासिल करेंगे.
वहीं, बिहार में एनडीए और यूपीए दोनों घटकों को 20-20 सीटें मिलने का अनुमान है.
इस अध्ययन के अनुसार कांग्रेस झारखंड में 8 सीटें ( गठबंधन के साथ 11), केरल में सहयोगी दलों के साथ 13, कर्नाटक में 12 (सहयोगी दल के साथ 18) मध्य प्रदेश में 14, राजस्थान में 11 सीटें जीतेगी.
उत्तर प्रदेश में, बीएसपी-एसपी के समर्थन के साथ, यूपीए को 50 से अधिक सीटों पर जीत हासिल करेगी.
2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से 68 सीटें मिली थीं. बता दें कि 2019 के आम चुनावों के परिणाम 23 मई को घोषित किए जाएंगे.