मध्य प्रदेश के बाद अब कर्नाटक में सियासी हलचल तेज है। सुबह मध्य प्रदेश भाजपा के नेता दावा कर रहे थे कि हम 24 घंटा के अंदर कमलनाथ सरकार को गिराने का ताकत रखते हैं लेकिन शाम होते-होते तस्वीर उल्टा हो गया क्योंकि कमलनाथ सरकार के समर्थन में भाजपा के ही दो विधायक आ गए।
कुल मिलाकर कहा जाए तो जाल तो बीजेपी ने कांग्रेस और कमलनाथ के लिए बिछाया था मगर उसमें भाजपा खुद ही फस गई क्योंकि भाजपा के दो विधायकों ने कांग्रेस के पक्ष में विधानसभा के अंदर वोटिंग कर दिया।
कांग्रेस पक्ष में वोटिंग करने वाले दोनो विधायक नारायण त्रिपाठी और शरद कौल हैं।
एक संशोधन विधायक के दौरान विधानसभा के अंदर वोटिंग हुई जिसमें भाजपा विधायक त्रिपाठी और कौल ने कांग्रेस का समर्थन कर दिया और कांग्रेस के पक्ष में वोट डाला।
गौरतलब है कि भाजपा ने कर्नाटक में कुमार स्वामी की सरकार को गिराने के बाद दावा किया था कि अगला नंबर मध्य प्रदेश कांग्रेस सरकार का है वह भी बस कुछ ही घंटों की मेहमान है उसके बाद उसे भी गिराया जाएगा लेकिन शाम होते-होते विधानसभा के अंदर का तस्वीर जो सामने आया उससे भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा क्योंकि भाजपा के दोनों विधायकों ने कांग्रेस के समर्थन में अपना मत डाल दिया।
लेकिन इसी बीच चर्चा यह है कि सिर्फ दो ही विधायक नहीं बल्कि भाजपा के 8 विधायक भाजपा से नाराज चल रहे हैं और यह 8 विधायक जल्द ही कर्नाटक के तर्ज पर इस्तीफा दे सकते हैं यह आठ विधायक भाजपा के कई पॉलिसियों से नाराज हैं और यह सारे विधायक जल्दी अपना इस्तीफा स्पीकर को सौंप सकते हैं इसको लेकर सोशल मीडिया पर भी काफी कयास लगाए जा रहे हैं और कई पत्रकारों ने दावा किया है कि 8 विधायक अब अलग गुट बनाकर काम कर रहे हैं लेकिन आज सिर्फ दो ही विधायकों ने वोट भाजपा के खिलाफ डाला ऐसे में सवाल है कि ये सारे विधायक भाजपा का दामन छोड़ते हैं तो मध्य प्रदेश भाजपा के लिए यह कितना बड़ा झटका होगा और जो मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिराने का दावा कर रहे थे और जिसके लिए कांग्रेस भी सतर्क भी थी इस स्थिति में कांग्रेस अपने आप को कितना सुरक्षित महसूस करेगी।
अगर सच में भाजपा के 8 विधायक भाजपा का दामन छोड़ते हैं भाजपा के लिए बड़ा झटका होगा और कांग्रेस के लिए यह संतुष्टि भरा पल होगा।
भाजपा के दो विधायकों के कांग्रेस में कांग्रेस के समर्थन में वोट डालने के बाद कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि कमलनाथ सरकार सुरक्षित है इसे गिराने का भाजपा का हर कोशिश हर प्रयास सफल होगा।