इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने चालू वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक विकास दर के अपने अनुमान में कटौती की है। रेटिंग एजेंसी ने 2019-20 में देश की आर्थिक विकास दर अनुमान को 6.1 फीसदी से घटाकर 5.6 फीसदी कर दिया है। एजेंसी ने एक रिपोर्ट में कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 4.7 फीसदी रह सकती है।
इंडिया रेटिंग्स ने एक बयान में कहा, “प्रमुख आंकड़े बताते हैं कि वित्तवर्ष 2019-20 की दूसरी तिमाही में जीडीपी विकास दर पांच फीसदी से थोड़ा अधिक करने की उम्मीद नहीं है इसलिए अनुमान में बदलाव करना जरूरी हो गया।”
रेटिंग एजेंसी ने कहा, “नए अनुमान के अनुसार, दूसरी तिमाही में जीडीपी विकास दर 4.7 फीसदी रह सकती है। मूलभूत प्रभाव अनुकूल होने के बावजूद आर्थिक विकास की रफ्तार मंद पड़ने से चालू वित्तवर्ष की दूसरी छमाही में पूर्व अनुमान से भी कम विकास दर रह सकती है और इसके 6.2 फीसदी रहने का अनुमान है।”
आपको बताये कि केंद्र की मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में लगातार देश की आर्थिक स्थिति बिगड़ रही है आर्थिक स्थिति के बिगड़ने से देश की बेरोजगारी दर मे भी बढ़ोतरी हो रही है गौरतलब है कि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा देश भर मोदी सरकार की आर्थिक नीतियो के विरुद्ध आंदोलन भी चलाया जा रहा है लेकिन फिर भी मोदी अंहकार में होने के कारण वो देश की अर्थव्यवस्था के प्रति गंभीर नही है