नागरिकता बिल के खिलाफ पूर्वोत्तर राज्यों में बवाल जारी है। हिंसा, आगजनी और बवाल का सबसे ज्यादा असर असम में दिखाई दे रहा है। सिर्फ असम ही नहीं बल्कि अरुणाचल प्रदेश, मेघालय समेत अन्य राज्यों में भी विरोध तेज होता जा रहा है। असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, बीजेपी विधायक प्रशांत फूकान के घर या काफिले पर प्रदर्शनकारियों ने हमला किया है। हमले के दौरान प्रदर्शनकारियों ने नागरिकता बिल के खिलाफ नारेबाजी भी की। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने डिब्रूगढ़ में आरएसएस दफ्तर पर हमला किया और वहां आग लगा दी
असम के छाबुआ, पानितोला रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने आगजनी की, इस दौरान वहां खड़े वाहनों पर भी तोड़फोड़ की गई। असम में राज्य की 20 बसों को भी नुकसान पहुंचाया गया। तिनसुकिया में चार दुकानों को आग लगा दी गई है। गुरुवार सुबह यहां पर एक शव भी बरामद किया गया है।
केंद्रीय मंत्री और डिब्रूगढ़ से बीजेपी सांसद रामेश्वर तेली ने कहा कि कल रात लगभग 11 बजे मेरे चाचा की दुकान में आग लगा दी गई और मेरे घर की बाउंड्री वॉल को भी प्रदर्शनकारियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया। मैं असम के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं।