राहुल गांधी कंफ्यूज है !
जिसके पर परनाना बैरिस्टर थे वो कन्फ्यूज़ है ?
जिसके परनाना ने अपनी बेटी को पत्रों के माध्यम से ही इतिहास का इतिहास रच दिया वो कंफ्यूज है !
जिसकी दादी ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के आगे निक्सन से लेकर बड़ो बड़ो को झुका लिया और दुनिया का नक्शा बदलकर एक नया देश बनाया, वो राहुल कन्फ्यूज़ है ?
जिसके पिता ने देश को इक़सवी सदी में जाने का रास्ता दिखाया वो भी कन्फ्यूज़ है ?
जिसकी विश्व के सम्मानित विश्वविद्यालय की एम फील की डिग्री असली है, वो कन्फ्यूज़ है ?
सिर्फ हमारे पड़ोस का भगोड़ा पकोड़े वाला कन्फ्यूज़ नही है।
सिकन्दर को पटना तक लाने वाला इतिहासकार कन्फ्यूज़ नही है।
तक्षशिला को बिहार में बताने वाला कन्फ्यूज़ नही है।
देश के 600 करोड़ मतदाता गिनने वाला कन्फ्यूज़ नही है।
मिसेज़ को एम आर एस पढ़ने वाला कन्फ्यूज़ नही है।
यू इन को उनो पढ़ने वाला कन्फ्यूज़ नही है।
देश के 125 करोड़ नागरिकों को मकान की चाबी देने वाला कन्फ्यूज़ नही है।
दस लाख तालाब खुदवाने वाला कन्फ्यूज़ नही है।
रॉफेल में चोरी और दलाली करने वाला कन्फ्यूज़ नही है।
स्वामी विवेकानंद से नेताजी को शिक्षा दिलवाने वाला कन्फ्यूज़ नही है।
कबीर, गुरुनानक देव जी तथा गोरखनाथ को मगहर में चर्चा पर बुलाने वाला कन्फ्यूज़ नही है।
इसके अतिरिक्त ब्रेनवाश किये हुए अंडभक्त कन्फ्यूज़ नही हो सकते।
भाई सुपात्रा, कितनी बार कहा है कि ज्ञानदा का सेवन छोड़ दें।।
मै तो थक गया क्योकि इससे अधिक लिखना सम्भव नहीं है, अन्यथा लिस्ट अभी लम्बी है।
प्रमोद पाहवा के फेसबुक वॉल से