दिल्ली में विधानसभा चुनाव प्रचार खत्म हो गया है अब मतदान की बारी है ऐसे में दिल्ली की तीनों राजनीतिक दल अपने-अपने जीत का दावा कर रही है। कांग्रेस को दिल्ली में हरियाणा के तरह ही प्रदर्शन में सुधार की उम्मीद है तो वहीं आप पुनः वापसी का दावा कर रही है तो भारतीय जनता पार्टी केंद्र के तरह दिल्ली में भी सरकार बनाने का दावा करते हुए नजर आ रही है।
गौरतलब है कि हरियाणा में भी कांग्रेस को काफी कमजोर दल माना गया था और अधिकांश सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के जीत का दावा किया गया था। कुछ टीवी चैनलों ने तो कांग्रेस को एक या दो सीटों तक सिमटने की बात कही थी मगर अंत कांग्रेस ने जबर्दस्त वापसी करते हुए 30 से अधिक सीट पर जीत दर्ज की जबकि भाजपा बहुमत से दूर रह गई। ऐसा ही प्रदर्शन का उम्मीद कांग्रेस नेता दिल्ली में भी कर रहे हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने दावा किया कि कांग्रेस दिल्ली में उसी तरह से सबको चौका सकती है, जैसे पिछले साल हरियाणा में किया था। दिल्ली में आठ फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए गुरुवार को शाम को प्रचार थम गया। सुरजेवाला ने कहा, ‘हरियाणा में कुछ चैनल कांग्रेस को सिर्फ दो सीटें दे रहे थे, लेकिन हमने 31 सीटें जीतीं। यह फिर से होने जा रहा है।
इससे पहले ये दावा दिल्ली में शीला सरकार में मंत्री और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने भी किया था।
सुरजेवाला ने केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा तथा दिल्ली की सत्ता पर काबिज़ ‘आप’ को ‘झूठों की सरकार और झूठों के सरदार’ बताया। सूरजेवाला ने उन पर दिल्ली में स्वास्थ्य, प्रदूषण से राहत देने, शिक्षा, पीने के साफ पानी की आपूर्ति और सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में नाकाम रहने का आरोप लगाया।
कांग्रेस नेता ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ‘दहशत’ में हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि इस बार भी भाजपा तीन से ज्यादा सीटें नहीं जीत सकती है, जो उसने 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीतीं थी।