
लगातार हार झेल रही देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के लिये कर्नाटक से फिर बुरी खबर आ रही है कर्नाटक की 15 सीटो पर हुए उपचुनावो के परिणाम मे कांग्रेस महज 1 सीट पर ही आगे चल रही है जिससे एक बार फिर कांग्रेस खेमे मे गम का माहौल हैं जनता ने एक बार फिर मुद्दो से हटकर मतदान किया और अयोग्य विधायको को एक बार फिर से चुनाव जीतवाकर साबित कर दिया कि इस देश की जनता ही लोकतंत्र को बिकाऊ बनाने का समर्थन कर रही हैं
शर्मनाक हार का अंदेशा होने के बाद डीके शिवकुमार मीडिया के सामने आये और उन्होने कहा कि ” जब जनता को ही दलबदलू नेता पसंद है तो हमे हमारी हार स्वीकार हैं, हम निराश नही है लडेगे और जीतकर दिखायेगे कर्नाटक की जनता को उनके द्वारा चयन की हुई सरकार के लिये हार्दिक बधाई”
गौरतलब है कि देश की अर्थव्यवस्था अपने सबसे निम्नस्तर पर है भारत का विकासशील राष्ट्र होने का टैग भी छिन चुका हैं, पिछले साढे चार दशक मे सबसे अधिक बेरोजगारी भारत में, प्याज लगभग 120 रु किलो है तथा मंहगाई उच्चतम स्तर पर है फिर भी जनता उसी पार्टी को वोट दे रही है इस प्रकार से हम कह सकते है कि देश सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है जनता को मुद्दो से अब कोई मतलब नही रह गया हैं ऐसा कांग्रेस समर्थको का मानना हैं