कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने झारखंड के बड़कागांव में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए सोमवार को कहा कि आज पूरे देश में नफरत का माहौल है, जबकि जितनी नफरत फैलेगी, उतनी ही बेरोजगारी बढ़ेगी। राहुल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने देश की अर्थव्यवस्था को गड्ढे में धकेल दिया है। कांग्रेस के स्टार प्रचारक राहुल ने चुनावी सभा में बीजेपी पर जमकर राजनीतिक हमला बोला। उन्होंने कहा, “देश और झारखंड 10-15 उद्योगपतियों से नहीं किसानों और गरीबों से चलेगी
झारखंड में विचारधारा की लड़ाई है। एक तरफ नफरत फैलाने और लोगों को बांटने वाली; 10-15 अमीरों के काम करने वाली भाजपा है, दूसरी तरफ किसान, गरीब, आदिवासी, दलितों के लिए काम करने वाली कांग्रेस पार्टी है
राहुल गांधी ने महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचार को लेकर भी बीजेपी सरकार पर निशाना साधा।उन्होंने कहा, “आज दुनिया कहती है कि हिंदुस्तान दुष्कर्म का ‘कैपिटल’ बन गया है। महिला के दुष्कर्म पर नरेंद्र मोदी ने एक शब्द नहीं कहा। लड़की का एक्सीडेंट करा दिया, उत्तर प्रदेश में लड़की को जला दिया गया, मोदी ने एक शब्द नहीं कहा। मोदी दिनभर कहते हैं कि मैं महिलाओं की रक्षा कर रहा हूं, कैसी रक्षा कर रहे हैं आप। यह है इनकी सच्चाई
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा, “टीवी पर आपका कंट्रोल है, आप जितनी मर्जी उतनी बार चेहरा दिखाओ। देश को उद्योगपतियों की जरूरत है। लेकिन उनका साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये माफ हो सकता है, तो गरीबों का कर्ज क्यों माफ नहीं हो सकता। हमें दो हिंदुस्तान नहीं चाहिए।”
उन्होंने कहा कि “झारखंड गरीब नहीं है, झारखंड की जनता गरीब नहीं है।
सत्ता में आते ही भाजपा ने जमीन अधिग्रहण बिल को कमजोर करने का प्रयास किया। अपने मुख्यमंत्रियों को इस बिल को खत्म करने के लिए कहा। लेकिन, हमने ठान लिया कि हम हर हालत में आपकी जमीन की रक्षा करेंगे
किसानों के कर्ज माफ करने और पिछड़ों के लिए आरक्षण देने का वादा करते हुए राहुल ने कहा, “छत्तीसगढ़ में जैसे धान के प्रति कुंटल 2500 रुपये मिल रहे हैं, वैसे ही झारखंड के किसानों को भी धान का उचित मूल्य मिलेगा। दो लाख रुपये तक का कर्ज माफ करेंगे। जिसकी जमीन छीनी गई है, उनको मुआवजा के साथ ही जमीन वापस दिलाएंगे।”
राहुल गांधी ने प्याज के मुद्दे पर कहा कि संसद में जब प्याज का मुद्दा उठता है, तो वित्त मंत्री कहती हैं कि वो लहसुन-प्याज नहीं खाती। उनको जो खाना है, वो खाएं। लेकिन देश को बताइए कि बेरोजगारी क्यों है, किसान आत्महत्या क्यो कर रहे है