लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मुंबई महानगर के अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद से ही लगातार पार्टी से नाराज चल रहे संजय निरुपम महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव टिकट के बंटवारे के बाद बगावती रूप अख्तियार कर लिए हैं लेकिन उन्होंने एक बार फिर मांग की राहुल गांधी को कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष बन जाना चाहिए।
निरुपम ने कहा है कि राहुल गांधी को अपना वनवास खत्म करना चाहिए और एक बार फिर से पार्टी का अध्यक्ष पद संभालना चाहिए।
एक मीडिया ग्रुप से बातचीत के दौरान निरूपम ने कहा कि पिछले पांच सालों में पार्टी में वरिष्ठ नेताओं ने अभियान चलाया कि कैसे राहुल गांधी की कोशिशें नाकाम रहें।
पार्टी के फैसलों से बागी चल रहे निरुपम ने कहा कि वे सोनिया गांधी के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन उन्हें ऐसे लोगों से छुटकारा पाना चाहिए जो षड्यंत्र रचा रहे हैं।
निरुपम मिलिंद देवड़ा पर भी जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि मिलिंद देवड़ा भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं इसलिए देवड़ा पार्टी की नीतियों के खिलाफ जा रहे हैं।
निरुपम ने स्टार प्रचारकों की सूची से हटाने के लिए पार्टी को धन्यवाद दिया और स्क्रीनिंग कमेटी के प्रमुख ज्योतिरादित्य सिंधिया और मल्लिकार्जुन खड़गे पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि महाराज सिंधिया जैसे लोगों को सिर्फ शांत करने के लिए स्क्रीनिंग कमेटी की जिम्मेदारी दे दी गई.
साथ ही निरूपम ने कहा कि सिंधिया एक बार भी महाराष्ट्र नहीं आए और अपने दोस्तों से वार्ता के आधार पर टिकट बांट दिए. खड़गे को बेकार बताते हुए उन्होंने कहा कि खड़गे जैसे लोग बेकार हैं. उन्हें पार्टी चलाने में कोई दिलचस्पी नहीं है.
निरुपम ने राहुल गांधी से जुड़े लोगों की उपेक्षा का आरोप लगाया था. इससे पहले निरूपम ने पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान से भी स्वयं को दूर रहने का ऐलान किया था. हालांकि कांग्रेस ने उन्हें महाराष्ट विधानसभा चुनाव के लिए घोषित स्टार प्रचारकों की सूची में स्थान भी नहीं दिया है.
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से इतने मतभेद होने के बाद भी निरूपम लगातार राहुल गांधी को पुनः कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष बनाए जाने की मांग कर रहे हैं साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी जिन नेताओं को आगे बढ़ाया था आज पार्टी के अंदर उनके खिलाफ षड्यंत्र रचा जा रहा है। इससे पहले हरियाणा की पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने भी यह आरोप लगाया था कि पार्टी में राहुल गांधी से जुड़े नेताओं को पार्टी के वरिष्ठ नेता षड्यंत्र के तहत पार्टी से दूर करना चाहते हैं।