झारखंड विधानसभा चुनाव के बाद अब दिल्ली विधानसभा चुनाव होना है। यह चुनाव फरवरी-मार्च 2020 के पहले होने की संभावना है। ऐसे में दिल्ली की सभी प्रमुख राजनीतिक दल इसके चुनाव तैयारी में जुट गई है। सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस भी अपने तैयारी को आगे बढ़ाने में लगी हुई है। इसी के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी ने भी अपनी कमर कसनी शुरू कर दी है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी को फाइनल कर दिया गया है। इस कमेटी की अध्यक्षता राजीव सातव करेंगे, जबकि कमेटी में वीरेंद्र सिंह राठौर और चल्ला वमशी चंद बतौर सदस्य रहेंगे।
अभी दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के इलेक्शन के लिए तारीखों का ऐलान अभी नहीं हुआ है लेकिन संभावना है फ़रवरी माह में हो।
70 विधानसभा सीटों वाली दिल्ली में साल 2015 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। तब अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने 67 सीटों पर जीत का परचम लहराया था, तो वहीं भाजपा महज तीनों सीटों पर सिमट कर रह गई थी।
दिल्ली में हुए पिछले विधानसभा चुनाव के परिणाम कांग्रेस के लिए भी याद ना रखने वाले थे, जहां पार्टी का खाता तक ना खुला था। बीजेपी को पिछले चुनाव में महज तीन सीटों मुस्तफाबाद, रोहिणी और विश्वासनगर विधानसभा पर जीत मिली थी, इसके अलावा 67 सीटों पर अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने कब्जा जमाया था।
कांग्रेस 2015 चुनाव में मिली हार को पीछे छोड़कर वापसी की कोशिश में जुटी है। दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा के लिए आगामी चुनाव किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं होंगे। लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने दिल्ली के सभी 7 लोकसभा सीट पर कब्जा जमाया मगर कांग्रेस वोट प्रतिशत के हिसाब से आम-आदमी पार्टी को पीछे छोड़ दूसरे नम्बर पर आ गई जिस कारण बीजेपी-कांग्रेस दोनों को अपने प्रदर्शन में सुधार की उम्मीद है।