कर्नाटक के सियासी ड्रामा आज खत्म हो सकता है। कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बने रहने के लिए आज बहुमत साबित करना होगा। कांग्रेस-जेडीएस जहां एक तरफ अपनी सरकार बचाने के लिए जद्दोजहद कर रही है तो बीजेपी हर हाल में सरकार को गिराने के लिए।
कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार की अग्निपरीक्षा है। जिस तरह से पिछले कुछ दिनों में कांग्रेस-जेडीएस के तमाम विधायकों ने इस्तीफा दिया, उसके बाद प्रदेश में कुमारस्वामी सरकार पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार को इस बात का भरोसा है कि प्रदेश सरकार को कोई खतरा नहीं है, लेकिन उन्होंने तमाम बागी विधायकों से अपील की है। दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने इस पूरे मामले की सुनवाई के दौरान कहा था कि तमाम बागी विधायकों को फ्लोर टेस्ट में शामिल होने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है, जिसके बाद डीके शिवकुमार ने इन विधायकों से अपील की है, अभी समय है, हमे भरोसा है कि हमारे दोस्तों का दिमाग बेहतर काम करेगा।
डीके शिवकुमार ने अपना दांव चलते हुए कहा कि ये तमाम विधायक हमारे लिए अहम हैं, ये लोग पांच-छह बार से विधायक हैं। बता दें कि जिस तरह से प्रदेश में कांग्रेस-जेडीएस के 16 विधायकों ने पिछले दो हफ्तों में इस्तीफा दिया और दो निर्दलीय विधायकों ने भी इस्तीफा दिया, उसके बाद प्रदेश की गठबंधन सरकार खतरे में है। बागी विधायकों को मनाने के लिए शिवकुमार लगातार कोशिशें कर रहे हैं, लेकिन अभी तक विधायकों के रुख में कुछ खास बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है।
हालांकि कांग्रेस ने तमाम बागी विधायकों को चेतावनी दी है कि अगर वह पार्टी के व्हिप को नहीं मानते हैं तो उन्हें अयोग्य करार दे दिया जाएगा। लेकिन बागी विधायकों का कहना है कि उन्हें इस्तीफा देने के बाद सदन में आने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है। शिवकुमार ने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से तमाम विधायकों ससे अपील करना चाहता हूं कि आप अपनी सदस्यता को मत छोड़िए। अगर आप कुछ हासिल करना चाहते हैं, आपके पास सदन है, आपकी पार्टी है, लेकिन जब आप सदस्यता ही छोड़ देंगे तो आपके उपर दलबदल कानून लागू होगा.
DK शिवकुमार के बारे में कहा जाता है वो ऐसे मामलों को निपटने में महारथ हासिल किए हुए हैं ऐसे कुछ घण्टो के बाद पता चल ही जाएगा कि इस बार भी DK शिवकुमार कांग्रेस-JDS सरकार बचाने में कामयाब होते हैं या नही।