इलेक्ट्रोल बांड को लेकर मोदी सरकार फिर एक बार आलोचना की शिकार हो रही है दरअसल एक खबर के सामने आने के बाद की इलेक्ट्रोल बांड को लेकर लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और चुनाव आयोग ने सरकार के सामने विरोध किया था उसके बाद विपक्षी पार्टियां सरकार के खिलाफ हमलावर हो गई हैं ऐसे में अपने ट्विट से लगातार भारतीय जनता पार्टी और केंद्र की मोदी सरकार को कटघरे में खड़े करने वाली कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी सरकार पर हमला बोला है।
प्रियंका गांधी ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को दरकिनार कर इलेक्टोरल बॉन्ड को हरी झंडी दी थी.
प्रियंका गांधी ने न्यूजलॉन्ड्री के उस आर्टिकल को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला है, जिसमें कहा गया है कि अरुण जेटली के बजट भाषण से दो दिन पहले ही आरबीआई ने इलेक्टोरल बॉन्ड का विरोध किया था.
प्रियंका गांधी, कांग्रेस महासचिव भारतीय रिजर्व बैंक को दरकिनार कर और राष्ट्रीय चिंताओं को खारिज करते हुए कालेधन को बीजेपी की तिजोरी में पहुंचाने के लिए इलेक्टोरल बॉन्ड को मंजूरी दी गई. बीजेपी को कालेधन को खत्म करने के नाम पर चुना गया था, लेकिन यह उसी से अपनी जेब भरने में जुट गई. देश की जनता के साथ ये विश्वासघात शर्मनाक है.
इलेक्टोरल बॉन्ड पर एक नया खुलासा न्यूज वेबसाइट न्यूजलॉन्ड्री ने किया है. न्यूजलॉन्ड्री की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि साल 2017 के बजट से ठीक पहले खुद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने इलेक्टोरल बॉन्ड का विरोध किया था. लेकिन मोदी सरकार ने आरबीआई की आपत्तियों को दरकिनार करते हुए इलेक्टोरल बॉन्ड की घोषणा कर दी.
इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा था कि “यह न्यू इंडिया है, इसमें रिश्वत और गैर कानूनी कमीशन को चुनावी बॉन्ड कहा जाता है।”