स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप अथवा एसपीजी के नियमों में फेरबदल किया जा रहा है इस नियम के फेरबदल के बाद अब एसपीजी प्राप्त नेतागण को देश के बाहर भी एसपीजी के कमांडो को ले जाना अनिवार्य होगा। इसको लेकर सरकार का तर्क यह है कि एसपीजी सुरक्षा प्राप्त गांधी परिवार के सदस्यों का विदेश में सुरक्षा को लेकर खतरा बढ़ जाता था इसलिए ये बदलाव किया जा रहा है।
केंद्र की मोदी सरकार ने गांधी परिवार को सुरक्षा देने वाले स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप को नए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। इस नए निर्देश के अनुसार, गांधी परिवार के किसी भी सदस्य के विदेश दौरे पर जाने के दौरान पूरे वक़्त उनके लिए एसपीजी सुरक्षा अनिवार्य कर दी गई है। अब तक SPG सुरक्षाकर्मी पहले विदेशी डेस्टिनेशन (फर्स्ट लोकेशन) तक ही गांधी परिवार के साथ जाते थे।
वहीं, यदि गांधी परिवार के सदस्य इसे स्वीकार नहीं करते हैं तो सुरक्षा कारणों को देखते हुए उनकी विदेश यात्रा में कटौती भी की जा सकती है। इसके पहले, फर्स्ट लोकेशन तक साथ में आने के बाद गांधी परिवार के सदस्य अपनी निजता का हवाला देकर सभी सुरक्षाकर्मियों को वापस भारत लौटा देते थे। ऐसे में आगे की विदेश यात्रा के दौरान उनके लिए खतरा बढ़ जाता था।
मोदी सरकार द्वारा जारी नए दिशा-निर्देशों के अनुसार, अब यदि गांधी परिवार का कोई सदस्य लंदन के दौरे पर जाता है तो SPG के सुरक्षाकर्मी उनके दिल्ली लौटने तक उनसे साथ हर समय मौजूद रहेंगे, जैसे कि वे भारत में उनके साथ रहते हैं। यदि पूर्व पीएम राजीव गांधी के परिवार का कोई सदस्य विदेश दौरे पर जाना चाहता है तो संबंधित देश में भारतीय दूतावास स्थानीय पुलिस के साथ उन्हें SPG सुरक्षा के अलावा भी सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए बात करेगा।
अब देखना है कि एसपीजी सुरक्षा प्राप्त गांधी परिवार अपने विदेश दौरे पर एसपीजी कमांडो को ले जाते हैं अथवा नहीं क्योंकि कांग्रेस के नेताओं ने इस पर आपत्ति व्यक्त किया है और कहा है कि सरकार जासूसी करवाने के लिए ऐसा कर रही है।