भारत के सबसे बड़े आइकॉन और विश्व में भारत की सबसे बड़े धरोहर माने जाने वाले महात्मा गांधी की 150 वी जयंती 2 अक्टूबर को है। इसको लेकर पूरे देश मे तैयारी की जा रही है और अलग-अलग संगठन इसको लेकर तैयारी को तेज कर रहे हैं।
ऐसे में महात्मा गांधी के आदर्शों और विचारों पर चलने वाले भारत की सबसे पुरानी राजनैतिक दल कांग्रेस इसको लेकर विशेष आयोजन करने के तैयारी में है। चुकी कांग्रेस सरकार में नही है तो वो संगठनात्मक स्तर पर देश मे कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। इन कार्यक्रमों की प्रतिनिधित्व पार्टी की अंतरिम राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी कर रही हैं। पार्टी इस दिन पदयात्रा का आयोजन कर रही है।
2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर देश भर में आयोजित होने वाले इस पदयात्रा में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी शिरकत करेंगी.
ये यात्रा पार्टी के दिल्ली प्रदेश के दफ्तर से सुबह 9 बजे शुरू होगी. इसके बाद 7000 लोगों की ये मानव श्रृंखला 11 बजे सुबह राजघाट पहुंचेगी. सोनिया गांधी इस तीन किलोमीटर की पूरी दूरी में पदयात्रा नहीं करेंगी. बल्कि सीधे 11 बजे राजघाट ही पहुंचेंगी. खबर है कि सोनिया गांधी कुछ मीटर पदयात्रा कर सकती हैं.
इस कार्यक्रम में सोनिया गांधी राजघाट पर पार्टी के कार्यकर्ताओं को शपथ भी दिलायेंगी. शपथ में गांधी के आदर्शों पर चलने और साम्प्रदायिक से लड़ने की बात होगी. सोनिया गांधी ने इससे पहले अपनी प्रदेश इकाइयों और पार्टी पदाधिकारियों को 2 अक्टूबर के दिन अनिवार्य तौर पर एक घंटे की पदयात्रा करने के लिए कहा है. दरअसल, महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर कांग्रेस बड़े आयोजन करने की तैयारी में है. सोनिया गांधी के निर्देश पर जिलों से लेकर पीसीसी स्तर पर कई आयोजन होंगे.
वहीं गांधीवादी विचारधारा की आलोचक माने जाने वाली आरएसएस की राजनैतिक संगठन बीजेपी भी गांधीगिरी के जरिए महात्मा गांधी के विचारों को आम लोगों तक पहुंचाने की तैयारी में है. ताकि गांधीजी के जरिए लोगों में अपनी पैठ मजबूत कर सके.
भले ही गांधी के विरोधी विचारधारा वाले आज सरकार में हो लेकिन भारत में गांधी के महत्व को इस तरह समझा जा सकता है कि उनके विरोधी भी आज उनको पूजने के लिए विवश हैं क्योंकि विश्व में गांधी से बड़ा भारत का आइकॉन कोई नहीं हो सकता है।