मोदी है तो सिर्फ विनाश मुमकिन है

अगर वाकई जानना चाहते हैं कि मोदी के नेतृत्व में क्या-क्या मुमकिन है तो पढ़ें

• यह मुमकिन है कि गोधरा में क्या होने वाला है यह होने से पहले मुख्यमंत्री को पता हो।
• यह मुमकिन है कि छह फुट का आदमी, हरेन पंड्या, मारुति 800 के अंदर अण्डकोष के जरिए गोली मार दिए जाने से मर जाए और कार में ना गोलियों मिलें ना रक्त की एक बूंद।
• यह मुमकिन है कि बाबू बजरंगी जैसा आदमी, जो कैमरे के सामने स्वीकार कर चुका है कि उसने (साथियों के साथ) सैकड़ों निर्दोष महिलाओं, बच्चों, गर्भवती महिलाओं को मार डाला और एक कुंए में कूदने के लिए मजबूर कर दिया तथा उसमें बाद में आग लगा दी गई और लोगों को जिंदा जला दिया गया – उसे पकड़ा जाए मुकदमा चले पर विभिन्न अदालतों से 14 बार जमानत मिल जाए।
• यह मुमकिन है कि बाबू बजरंगी को शुरू में जमानत मिले उससे पहले कई जज बदले जाएं।
• यह मुमकिन है कि भाजपा का नेतृत्व करने वाली एक महिला, माया कोडनानी – जिसने नरोदा पाटिया में महिलाओं और बच्चों की हत्या की, को मोदी कैबिनेट में मंत्री बना दिया जाए और महिला एवं बाल कल्याण का जिम्मा सौंप दिया जाए! किसी का मस्तिष्क कितना बीमार हो सकता है?
• यह मुमकिन है कि माया कोडनानी दोषी करार दी जाएं, जेल जाएं और जमानत पर मुक्त हो जाएं।
• यह मुमकिन है कि, कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी गिरफ्तार किए जाएं, 8 साल जेल में रहें और फिर सबूतों के अभाव में मुंबई की सीबीआई अदालत द्वारा मुक्त कर दिए जाएं।
• यह मुमकिन है कि मुख्यमंत्री को पता हो कि कांग्रेस सांसद अहसान जाफ़री को भीड़ कैसे मारेगी वह उनके मारे जाने से पहले पता हो।
• यह मुमकिन है कि अहमदाबाद नरसंहार को नियंत्रित करने के लिए भेजी गई सेना को 30 घंटे तक हवाई अड्डे पर ही इंतजार करवाया जाए और इस बीच गुजरात के लोग समन्वित तरीके से मुसलमानों की संपत्ति लूट लें।
• यह मुमकिन है कि 2002 में मुसलमानों की कुछ चुनिंदा दुकानों और शोरूम को लूट कर आग लगा दी जाए।
• यह मुमकिन है कि अमित शाह को मुक्त करने के लिए बंबई उच्च न्यायालय के एक मुख्य न्यायाधीश द्वारा (कथित तौर पर) 100 करोड़ रुपए की पेशकश की जाए और प्रस्ताव नामंजूर करने वाले जज अचानक नागपुर में दिल का दौरा पड़ने से मर जाएं।
• यह मुमकिन है कि मीडिया में एक फर्जी ईसीजी रिपोर्ट प्रकाशित करा ली जाए और उसे सुप्रीम कोर्ट में पेश नहीं किया जाए।
• यह मुमकिन है कि जज लोया, जिन्होंने किसी और के लिखे आदेश पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया था की मृत्यु की जांच पर अदालत से स्टे मिल जाए।
• यह मुमकिन है कि सरकारी कंपनी एचएएल को छोड़कर 10 दिन पुरानी कंपनी को 30,000 करोड़ का ठेका मिल जाए।
• यह मुमकिन है कि एक टॉप सीक्रेट फाइल रक्षा मंत्रालय से लापता हो जाए और दो दिन बाद फिर से प्रकट हो जाए।
• यह मुमकिन है कि पीएमओ रफाल डील पर समानांतर वार्ता चला रहा था।
• यह मुमकिन है कि कोई स्मार्ट सिटी, एम्स न बने, बुलेट ट्रेन न चले पर समर्थकों को मोदी से महान नेता नजर न आए।
• यह मुमकिन है कि ट्राई के माध्यम से सभी नियमों और नीतियों को बदल दिया जाए ताकि एक कंपनी, रिलायंस जियो को लाभ हो।
• यह मुमकिन है मोदी के साथ फोटो खिंचवाकर भारतीय बैंकों के 33,000 करोड़ रुपए लेकर बोरिया बिस्तर समेट कर भाग लिया जाए।
• यह मुमकिन है कि 8000 करोड़ रुपए के बैंक कर्ज और लुक आउट नोटिस के बावजूद वित्त मंत्री और विजय माल्या संसद के सेंट्रल हॉल में सार्वजनिक रूप से मिलें और दो दिन बाद वह देश छोड़ कर ब्रिटेन चला जाए।
• यह मुमकिन है कि मेहुल चोकसी जैसा घोटालेबाज अभियुक्त विदेश मंत्रालय से अनापत्ति प्रमाणपत्र लेकर एंटीगुआ और बारबाडोस द्वीप समूह की नागरिकता प्राप्त कर ले।
• यह मुमकिन है कि रिलायंस, अडानी और एस्सार के सभी पेट्रोल पम्प सरकार बदलने के बाद चालू हो जाएं।
• यह मुमकिन है कि बीएसएफ का जवान जो सीमा पर सैनिकों के लिए खराब खाने की शिकायत करता है पागल घोषित कर नौकरी से निकाल दिया जाए।
• यह मुमकिन है कि फर्जी और संपादित वीडियो के आधार पर कन्हैया कुमार जैसे छात्रों को पीटा जाए।
• यह मुमकिन है कि एक पत्रकार जिसने जिन्दल के खिलाफ खबरों को दबाने के लिए 100 करोड़ रुपए की मांग की थी, तिहाड़ जाकर वापस आए और मामला ठंडे बस्ते में चला जाए।

और ऐसे कई अन्य मामले मोदी हैं तो मुमकिन हैं।

Vinod Chand की पोस्ट का अनुवाद। यह मशीन से किया गया अनुवाद है जिसे मैंने संपादित कर ठीक किया है। इसलिए अनुवाद की गुणवत्ता पर न जाएं। सिर्फ तथ्य देखें।

सौजन्य वरिष्ठ पत्रकार संजय कुमार सिंह

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here