हर चुनाव से पहले बीजेपी और बीजेपी के नेता विपक्षी नेताओं पर पाकिस्तान कि मदद करने और पाकिस्तानप्रस्त होने का आरोप लगाते हैं और इसी के सहारे वह चुनाव में जीत दर्ज करना चाहते हैं क्योंकि ऐसा लगता है कि उन्हें विकास और देश प्रदेश के कल्याण से कोई मतलब ही नहीं चाहे वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हो या बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा या फिर बीजेपी का कोई आम कार्यकर्ता हर कोई अपने विरोधी को पाकिस्तानप्रस्त कहकर चुनाव में बढ़त हासिल करना चाहता है। महाराष्ट्र चुनाव में भी पीएम नरेंद्र मोदी ने ऐसा ही किया और एनसीपी के नेता और देश के पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार को पाकिस्तान का हितेषी करार दिया इस पर शरद पवार ने भी पीएम मोदी पर हमला बोला और कहा अगर मैं पाकिस्तान परस्त हूं तो फिर बीजेपी सरकार ने मुझे पद्म विभूषण सम्मान से सम्मानित क्यों किया ?
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के ऐलान के साथ ही राजनीतिक दलों की तरफ से बयानबाजी तेज हो गई है। राजनीतिक दल अपने विरोधियों पर हमले का कोई मौका नहीं चूक रहे हैं। वहीं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधा है। शरद पवार ने पूछा कि अगर मैं प्रो-पाकिस्तानी हूं तो मुझे बीजेपी सरकार ने पद्म विभूषण से क्यों सम्मानित किया था।
दरअसल, महाराष्ट्र के दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर निशाना साधा था। पीएम मोदी ने शरद पवार पर हमला बोलते हुए कहा था कि उनको पाकिस्तान क्यों इतना अच्छा लगता है।
पीएम मोदी के इन आरोपों को शरद पवार ने सिरे से खारिज किया। साथ ही शरद पवार ने कहा कि पीएम मोदी को अपने पद की गरिमा का ख्याल रखना चाहिए। शरद पवार ने कहा कि पीएम के पास सही जानकारी जुटाने के लिए बहुत से सोर्स हैं।
एनसीपी प्रमुख ने कहा, ‘मुझे खुशी होती अगर पीएम मोदी ने मेरे द्वारा कही बातों की सही तरीके से पड़ताल करने के बाद बयानबाजी की होती। लेकिन जब प्रधानमंत्री बिना जांच किए एक बयान देते हैं तो इसपर मैं क्या कह सकता हूं।’ अगर उन्हें ये लगता है कि मैं पाकिस्तान में इतनी दिलचस्पी रखता हूं कि मैं अपने ही देश के हित के खिलाफ हूं, तो उनकी सरकार ने मुझे पद्म विभूषण क्यों दिया?’
शरद पवार ने कहा कि पद्म विभूषण भारत का दूसरा सबसे उच्च नागरिक सम्मान है। अगर बीजेपी सरकार ने इससे मुझे सम्मानित किया तो इसका मतलब है कि मैंने देश की कोई ना कोई सेवा तो की है। तो इसपर इतना विरोधाभास क्यों? शरद पवार ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि एक तरफ आप मुझे पद्म विभूषण देते हैं, दूसरी तरफ, आप कहते हैं कि मैं पाकिस्तान को पसंद करता हूं। सर्वोच्च पद पर बैठे व्यक्ति का ऐसे विरोधाभासी बयान देना अच्छा नहीं है। वहीं, अपने पहले के बयान पर शरद पवार ने कहा कि उन्होंने कोई प्रो-पाकिस्तान या एंटी इंडिया बयान नहीं दिया।
चुनावी प्रचार के दौरान दूसरे नेता को पाकिस्तान से जोड़ना पीएम मोदी की पुरानी आदत है। इससे पहले गुजरात चुनाव के दौरान भी उन्होंने ऐसा ही किया था और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पाकिस्तान के नेताओं के साथ मीटिंग करने की बात कहा था जिसे बाद में उन्हीं के सरकारी विभाग ने खारिज कर दिया था। इससे स्पष्ट होता है कि पीएम मोदी अपने विपक्षी नेताओं को बदनाम करने के लिए चुनावी मंच से झूठ बोलते हैं।