कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और वायनाड के सांसद राहुल गांधी ने आज संसद परिसर में मीडिया से बातचीत करते हुए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला पर तमिल भाषियों पर आक्रमण करने का आरोप लगाया।
दरसल लोकसभा में हिंदी भाषा के संदर्भ में द्रमुक सदस्यों को पूरक प्रश्न पूछने की अनुमति नहीं मिलने को लेकर राहुल गांधी ने कहा की तमिलनाडु के सदस्यों को पूरक प्रश्न पूछने का मौका नहीं दिया जाना तमिल लोगों और तमिलभाषियों एवं तमिल भाषा पर आक्रमण है।
राहुल गांधी ने आरोप लगाया की कल मैंने सवाल किया था कि जानबूझकर कर्ज अदायगी नहीं करने वाले 50 चूककर्ताओं के नाम बताए जाएं। फिर मुझे दूसरा पूरक प्रश्न पूछने नहीं दिया गया जो मेरे हक बनता था। मेरा हक छीना गया। मगर आज स्पीकर जी ने तमिलनाडु का हक छीना।”
उन्होंने कहा, ”सदन में भाषा की बात हो रही थी और तमिलनाडु के सांसद अपनी भाषा को लेकर सवाल पूछना चाहते थे।
तमिल उनका इतिहास है, दिल है, डीएनए है। उसके बार में वे सवाल पूछना चाहते थे। लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ने सवाल पूछने नहीं दिया।”
राहुल ने आरोप लगाया की आज तमिल भाषी लोगों और उनकी भाषा पर आक्रमण हुआ। यह अस्वीकार्य है।” यह तमिलनाडु के लोगों और उनकी भाषा के बारे में है। उन्हें अपनी भाषा की रक्षा करने, उस पर विश्वास करने और उसे बोलने का पूरा अधिकार है। यह अस्वीकार्य है। आप इस भाषा में तमिल लोगों से उनकी भाषा के बारे में सवाल पूछने का अधिकार नहीं छीन सकते।