महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर चल रही उठापटक के बीच आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बीच मुलाकात होगी। इस मुलाकात के बाद सरकार गठन को लेकर एनसीपी और कांग्रेस का रुख स्पष्ट हो जाएगा। गौरतलब है कि भाजपा और शिवसेना का गठबंधन टूटने के बाद शिवसेना , एनसीपी और कांग्रेस के साथ सरकार बनाने को लेकर उत्तक दिख रही है जिसके लिए तीनों दल के नेताओ के बीच बैठकों का दौर जारी है।
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार सोमवार शाम 4 बजे कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलकर इस मुद्दे पर बातचीत करेंगे. शिवसेना को समर्थन और सरकार बनाने का फैसला कांग्रेस अध्यक्ष से चर्चा के बाद किया जाएग.
इससे पहले सरकार बनाने को लेकर पुणे में रविवार को शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की कोर कमेटी की बैठक हुई. पुणे में पार्टी की बैठक के बाद मलिक ने मीडिया से बातचीत की इस दौरान उन्होंने बताया कि कोर ग्रुप के सदस्यों ने यह फैसला किया है कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन का अंत होना चाहिए और एक वैकल्पिक सरकार की स्थापना कराई जानी चाहिए.
मलिक ने कहा कि सरकार बनाने का फैसला कांग्रेस नेतृत्व से चर्चा के बाद होगा. इसके लिए सोमवार को शरद पवार और कांग्रेस चीफ सोनिया गांधी दिल्ली में बैठक करेंगे. मंगलवार को दोनों पार्टियों के नेता भी सरकार बनाने पर चर्चा करेंगे. राकांपा की बैठक और शरद पवार के सोनिया गांधी से मिलने की खबरों पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने भी प्रतिक्रिया दी.
उन्होंने कहा, हम इस बात पर मंथन कर रहे हैं कि राज्य में शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस की गठबंधन सरकार कैसे बन सकती है? सोमवार को कांग्रेस और शिवसेना के नेता आपस में बैठक करेंगे. इस बैठक में फैसला होगा कि क्या दोनों दल एक साथ आगे बढ़ सकते हैं या नहीं?
कांग्रेस एनसीपी और शिवसेना वैचारिक रूप से अलग अलग नजर आती है इसलिए इस गठबंधन के होने में कितना समय लग रहा है क्योंकि कई ऐसे मुद्दे हैं जिस पर तीनों दल आम सहमति बनाकर सरकार गठन करना चाहती है ताकि भविष्य में उन मुद्दों को लेकर तीनों दल के बीच कोई मतभेद ना हो जिससे सरकार पर फर्क पड़े