कांग्रेस अपने स्थापना दिवस पर इस बार 28 दिसम्बर को नरेंद्र मोदी सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ मार्च निकाल कर विरोध दर्ज करेगी।
कांग्रेस ने सभी राज्यों की राजधानियों से मार्च निकालने का फैसला किया है। कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि दिल्ली में हुई भारत बचाओ रैली की सफलता और इसकी गति को जारी रखते हुए पार्टी ने ‘भारत बचाओ- संविधान बचाओ’ नारे के साथ मार्च निकालने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि ये मार्च 28 दिसंबर को निकाले जाएंगे. मार्च के दौरान पार्टी का लक्ष्य नरेंद्र मोदी सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ मजबूत विरोध दर्ज कराना भी है.
माना जा रहा है कांग्रेस के नेतागण इस दौरान बदहाल होती अर्थव्यवस्था , बेरोजगारी , महिला सुरक्षा के साथ साथ CAB और NRC जैसे मुद्दों पर मोदी सरकार को घेरेगी।
गौरतलब है कि कांग्रेस द्वारा 14 दिसम्बर को आयोजित भारत बचाओ रैली में सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने भाषणों में साफ कर दिया था कि पार्टी अब सड़क पर संघर्ष करेगी और सरकार के खिलाफ जनता को जागरूक करेगी।
कांग्रेस जिन राज्यो में सरकार में है उन राज्यो में पार्टी केंद्र सरकार पर हमलवार होने के साथ-साथ अपने सरकार के उपलब्धियों को भी बताएगी।