पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का 67 साल की उम्र में निधन

भारतीय राजनीति का एक और सितारा अस्त हो गया। पू्र्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार रात निधन हो गया। दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में विदेश मंत्री रहीं सुषमा स्वराज एक प्रखर प्रवक्ता और कुशल राजनेता थीं। मोदी सरकार के दूसरे कार्य काल में उन्होंने मंत्री पद लेने से इंकार कर दिया था।

सुषमा स्वराज का जन्म 14 फरवरी 1952 को हुआ था। उन्होंने अंबाला में एसडी कॉलेज अम्बाला छावनी से बीए किया और पंजाब यूनिवर्सिटी से चंडीगढ़ से लॉ की पढ़ाई की थी। सुषमा स्वराज ने 1974 के छात्र आंदोलन में भी बढ़-चढकर हिस्सा लिया था। सुषमा स्वराज के निधन की खबर सुनते ही डॉ. हर्षवर्धन, नितिन गडकरी, मनोज तिवारी समेत तमाम नेताओं के एम्स पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था।

सुषमा स्वराज के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया है। पीएम मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि सुषमा जी के निधन से उन्हें व्यक्तिगत नुकसान हुआ है। सुषमा जी एक उत्कृष्ट सांसद थीं। वे एक उत्कृष्ट प्रशासक थी और सुषमा जी ने अपने द्वारा संभाले गए प्रत्येक मंत्रालय में उच्च मानक स्थापित किया। विदेश मंत्री के तौर पर विभिन्न देशों के साथ भारत के संबंधों को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

सुषमा स्वराज का मध्य प्रदेश से गहरा नाता था। अपने संसदीय पारी के आखिरी कार्यकाल में सुषमा स्वराज मध्य प्रदेश के विदिशा से सांसद चुनी गई थी इस बार स्वास्थ्य खराब होने के चलते उन्होंने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था।

सुषमा स्वराज जब भी भोपाल आती थी तो अपने बंगले में लोगों से मुलाकात करती थी..विदिशा और रायसेन जिले के बहुत से लोग और भाजपा नेता और कार्यकर्ता सुषमा स्वराज को अपनी बहन मानते थे।

सुषमा स्वराज के निधन पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री,बहन सुषमा स्वराज जी के निधन की ख़बर सुनकर स्तब्ध हूँ। दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि.. ईश्वर से प्रार्थना है कि उनके परिजनों, समर्थकों को ये दुःख सहन करने का संबल प्रदान करें।

स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव को नहीं लड़ने का फैसला किया। 41 सालों से राजनीति में सक्रिय सुषमा स्वराज के चुनाव नहीं लड़ने के फैसले से जहां उनके प्रसंशक, कार्यकर्ता और भारतीय जनता पार्टी ने नेता निराश हुए तो वहीं उनके पति स्वराज कौशल ने खुशी जताई।

मंगलवार की शाम किया गया यह ट्वीट उनका आखिरी ट्वीट बन गया। उन्होंने लिखा, ”धन्यवाद नरेंद्र मोदी जी-धन्यवाद प्रधानमंत्री। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। इसे मृत्यु का ‘आभास कहें या कुछ और कि उन्होंने लिखा, ”अपने जीवनकाल में यह दिन देखने का मैं इंतजार कर रही थी।

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