
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद से वहां के राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं जहां एक तरफ एनसीपी और कांग्रेस खुद को मजबूत करने में लगी है तो वहीं शिवसेना और बीजेपी सीट शेयरिंग में ही उलझी हुई दिख रही है जहां पहले बीजेपी और शिवसेना में कांग्रेस और एनसीपी के कई नेता शामिल हुए थे तो अब बताया जा रहा है कि इन नेताओं के साथ-साथ ऐसे कई नेता जिन्हें टिकट नहीं मिला वह दोबारा एनसीपी और कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं
बीजेपी और शिवसेना के कई नेता आने वाले एक हफ्ते में कांग्रेस और एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) में शामिल हो सकते हैं. दरअसल पिछले महाराष्ट्र चुनाव में चारों मुख्य पार्टियां- बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी), कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी अकेले चुनाव लड़ी थी.
इस बार कांग्रेस और एनसीपी ने पहले ही साथ चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. वहीं बीजेपी और शिवसेना में पहले से गठबंधन है और फ़िलहाल सीट बंचवारे पर चर्चा चल रही है. शिवसेना और बीजेपी ज्वाइन करने वाले नेता अब टिकट मिलने को लेकर परेशान हैं.
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक 125-150 बीजेपी- शिवसेना नेता कांग्रेस-एनसीपी के वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में है।
वहीं लगभग दर्ज़न से ज़्यादा नेता जो कांग्रेस-एनसीपी छोड़ कर गए थे वो वापस आना चाहते हैं. यही वजह है कि कांग्रेस -एनसीपी की स्क्रीनिंग कमिटी की बैठकों के बावजूद उम्मीदवारों की लिस्ट नहीं जारी की गई है. कांग्रेस पार्टी सूत्रों का कहना है कि रस्सा-कस्सी इस बात को लेकर भी है कि किस नेता को वापस लेना है और किसे नहीं? हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि टिकट सिर्फ जिताऊ उम्मीदवारों को ही दिया जाएगा.
एक मीडिया ग्रुप से बातचीत में महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव सातव ने कहा, ‘शिवसेना /BJP के कई नेता कांग्रेस और NCP में आना चाहते हैं.
दरअसल बीजेपी और शिवसेना इस बार भी एक दूसरे को ताकत दिखाने के लिए 288 विधानसभा पर उम्मीदवारों को तैयार कर रही थी।
लेकिन अब जब गठबंधन हो रहा है तो बाकी सीटों पर उनके नेता पार्टी छोड़ने की तैयारी में है ऐसे में कांग्रेस और एनसीपी को इन सीटों पर फायदा हो सकता है अब देखना दिलचस्प होगा कि किस गठबंधन को महाराष्ट्र की जनता बहुमत देती है मगर विधानसभा चुनाव के पूरे होने तक प्रदेश में राजनीतिक उठापटक लगातार जारी रहेगी।