
लोकसभा चुनाव नतीजे के बाद कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने भारतीय टीवी मीडिया का बहिष्कार करते हुए अपने प्रवक्ताओं को भेजना बंद कर दिया था। इन पार्टियों ने आरोप लगाया था कि मीडिया के एंकर एकपक्षीय रिपोर्टिंग करते हुए सरकार के विरोधी प्रवक्ताओं को अपमानित करते हैं। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस ने हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनाव नतीजे वाली रिपोर्टिंग में भी अपने प्रवक्ताओं को भेजने से मना कर दिया है।
कांग्रेस ने हरियाणा व महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के नतीजों से जुड़ी टीवी बहसों के बहिष्कार का फैसला किया है। हालांकि, पार्टी नेता व्यक्तिगत स्तर पर, जहां कोई पैनल नहीं होगा, साक्षात्कार देने के लिए उपलब्ध रहेंगे।
कांग्रेस का यह बहिष्कार मई में आम चुनाव के नतीजों के आने के बाद टीवी बहसों में पार्टी प्रवक्ताओं को नहीं भेजने की रणनीति का हिस्सा है। इस चुनाव में कांग्रेस की बेहद करारी हार हुई थी। पार्टी ने टीवी में होने वाली बहसों के ‘खराब स्तर और इनके सांप्रदायिक व एकपक्षीय’ होने का आरोप लगाते हुए इनका बहिष्कार किया हुआ है। पार्टी प्रवक्ता पार्टी मुख्यालयों पर मीडिया के लिए उपलब्ध रहेंगे।
महाराष्ट्र के 288 विधानसभा और हरियाणा के 90 विधानसभा सीटों का नतीजा आज आएगा। हरियाणा में जहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच माना जा रहा है तो वहीं महाराष्ट्र में मुख्य मुकाबला बीजेपी और शिवसेना गठबंधन से कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन का बताया जा रहा है।