फ्लोर टेस्ट के मांगो के बीच बीजेपी को लगा झटका, बीजेपी विधायक ने फ्लोर टेस्ट से पहले की मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात

मध्यप्रदेश में चल रहे सियासी उठापटक के बीच सत्ता में वापसी के मंसुबे पाले बीजेपी को झटका तब लगा जब बीजेपी के विधायक बैठक में शामिल नही हुए और मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की।

गौरतलब है कि प्रदेश में कांग्रेस में पहले ही 22 विधायक ने बगावत किया हुआ है मगर अब भाजपा में भी बगावत देखने को मिला है। मैहर से भाजपा एमएलए नारायण त्रिपाठी बैठक में शामिल नहीं हुए। वह नाराज बताए जा रहे हैं।

इस बीच, नारायण त्रिपाठी राज्य के सीएम कमलनाथ से मुलाकात की। मैहर से भाजपा विधायक ने कहा कि वह कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के साथ विधानसभा से कमलनाथ से मिलने पहुंचे थे।

मीडिया से बातचीत में नारायण त्रिपाठी ने कहा कि वह क्षेत्र में विकास के नाते सीएम से मिलने गए थे।

भाजपा नेता ने कहा कि जो इलाके का विकास करेगा हम उसके साथ रहेंगे। त्रिपाठी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्होंने अपने क्षेत्र के विकास के सिलसिले में सीएम से मुलाकात की। उनसे मैहर को जिला बनाने की मांग की है। जब उनसे पूछा गया कि वह कमलनाथ के साथ हैं या भाजपा के साथ तो उन्होंने कहा कि वह सिर्फ विकास के साथ हैं।

वहीं, जब त्रिपाठी से पूछा गया कि कमलनाथ सरकार रहेगी या बचेगी ये अभी तय नहीं है? इस वक्त सीएम से विकास की कैसी बात। इस पर उन्होंने कहा, ‘अभी तो सरकार है न। जब नहीं होगी तो देखा जाएगा।’ 26 मार्च तक विधानसभा का सत्र स्थगित होने के बाद त्रिपाठी आरिफ मसूद के साथ ही बाहर निकले थे और उन्हीं के साथ कार में बैठकर सीएम हाउस पहुंचे थे।

नारायण त्रिपाठी न भाजपा विधायकों के साथ आए और न ही भाजपा विधायकों के साथ गए। हालांकि, भाजपा ने राज्यपाल को जो 106 विधायकों की सूची सौंपी है उसमें नारायण त्रिपाठी का नाम भी शामिल है। सियासी हल्के में नारायण त्रिपाठी के पाला बदलने की चर्चाएं हो रही हैं।

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