
हाल ही मे बेरोजगारी के नये आंकडे सामने आये है जिससे देश भर के लिये बेहद चिंता का विषय है सरकारे सिर्फ चुनाव लडने और जीतने तक ही सीमित रहती है उन्हें जनता के भविष्य की कोई परवाह नही है
हाल ही में आये बेरोजगारी के आंकडे बडे भयानक है पिछले 6 साल में देश की बेरोजगारी दर तिगुनी हो चुकी है जो कि अपने आपमें केंद्र व राज्य सरकार की विफलताओ की पोल खोल रही हैं सरकारो के पास अपने राज्यों के युवाओ को रोजगार देने के लिये कोई विजन नही है फिर सबसे बडा सवाल यही खडा होता है कि अगर आप रोजगार नही दे सकते तो 2 करोड रोजगार देने का वादा क्या सिर्फ वोट लेने के लिये ही किया था?
झारखंड में चुनावी बिगुल बज चुका है भले ही सत्ताधारी बीजेपी राष्ट्रवाद व पाकिस्तान के नाम पर चुनाव लडकर दोबारा सत्ता मे आ जाये लेकिन इस कार्यकाल में उन्होने युवा वर्ग के लिये रत्ती भर सा भी काम नही किया हैं झारखंड के सरकारी विभाग में 6,64,565 पद खाली पडे है एक और पद रिक्त है तो दूसरी तरफ युवा रोजगार के लिये दर दर की ठोकरे खा रहे है जिसकी सरकार सुध नही ले रही हैं
रघुवर सरकार के एजेंडे मे शायद रोजगार शिक्षा जैसे मुद्दे नही है तभी वो अपने भाषणो मे भी इनका जिक्र नही करते हैं