आज भी देश के कई हिस्सों में नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों ने आज असफाकउल्लाह खां और रामप्रसाद बिस्मिल के बलिदान दिवस पर देश मे धार्मिक भेदभाव खत्म करने की भी बात कही।
इस अवसर ओर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी केंद्र सरकार को घेरा है. उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट कर सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि आवाज को जितना दबाया जाएगा, उतनी तेज आवाज उठेगी।
प्रियंका ने अपने ट्वीट में कहा- आज रामप्रसाद बिस्मिल, अशफ़ाक उल्ला और रोशन सिंह का शहादत दिवस है. इस साझी शहादत का महत्व आज तब और बढ़ जाता है जब सरकार में बैठे लोग धर्म की राजनीति का चश्मा लगाकर बैठे हैं।
प्रियंका ने लिखा- जब दोनों जेल में थे तब अंग्रेज़ों की तरफ से अशफ़ाक और बिस्मिल को धर्म का हवाला देकर आपस फूट डालने की कोशिश की गई और बोला गया कि अंग्रेजों की तरफ से गवाही दे दो, लेकिन दोनों के मन में सरफ़रोशी की तमन्ना थी और अपनी साझी विरासत का जुनून. आज उनको नमन करते हुए उनके इस संदेश को फैलाना और उसके साथ खड़े होना बहुत जरुरी है.
इसके बाद प्रियंका ने ट्वीट किया- मेट्रो स्टेशन बंद हैं. इंटरनेट बंद है. हर जगह #Section144 है. किसी भी जगह आवाज उठाने की इजाजत नहीं है. जिन्होंने आज टैक्सपेयर्स का पैसा खर्च करके करोड़ों का विज्ञापन लोगों को समझाने के लिए निकाला है, वही लोग आज जनता की आवाज से इतना बौखलाएँ हुए हैं कि सबकी आवाजें बंद कर रहे हैं. मगर इतना जान लीजिए कि जितना आवाज दबाएँगे उतनी तेज आवाज उठेगी।
गौरतलब की सरकार नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ हो रहे आंदोलन को दबाने के लिए हर एक प्रयास कर रही है मगर ये विरोध पूर्वोत्तर भारत के बाद बंगाल , बिहार , यूपी और दिल्ली सहित देश के हर हिस्से में बढ़ता जा रहा है।